खास बात यह है कि बूथ चलो अभियान के दौरान कांकेर में प्रभारी सैलजा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम साथ-साथ नजर आएं। दरअसल, प्रभारी सैलजा कांकेर विधानसभा क्षेत्र के नाथिया नवागांव पहुंचीं थीं। बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मरकाम ने महामंत्रियों के कामकाज में बदलाव किया था। इसे कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता खुश नहीं थे। इसके बाद प्रभारी सैलजा ने मरकाम को पत्र लिखकर बदलाव को रद्द करने के लिए कहा था। इसके बाद भी अब तक इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
दोबारा सरकार बनाने का लिया संकल्प कांग्रेस का बूथ चलो अभियान का शुभारंभ बस्तर संभाग से हुआ। इसमें प्रभारी कुमारी सैलजा कांकेर विधानसभा के नवागांव, गोविंदगढ़ के बूथों पर तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भानुप्रतापपुर विधानसभा के चारामा बूथ पर बूथ पदाधिकारियों की मीटिंग लेकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रभारी सैलजा एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बूथ कमेटी के पदाधिकारियों से पूरी एकजुटता से कांग्रेस की विचारधारा एवं कांग्रेस सरकार के कामों को जन-जन तक ले जाने और आने वाले चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने का संकल्प लिया। बता दें कि बूथ चलो अभियान में कांग्रेस के दस हजार से अधिक नेता 23000 से अधिक बूथों तक जाकर बूथ कमेटियों की बैठक लेंगे।
केंद्र सरकार की वजह से किसान बदहाल: मरकाम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा, मोदी सरकार की नीतियों के कारण देश में खेती घाटे का व्यवसाय बन गई। डीजल के बढ़े दाम, उर्वरकों की कीमत और कृषि यंत्रों के दाम दोगुने होने के कारण खेती की लागत मूल्य दोगुना हो गया है। किसानों का समर्थन मूल्य मोदीराज में मात्र 17 प्रतिशत के औसत से ही बढ़ा है। मोदी राज देश के किसानों के लिए आपदा का काल साबित हो रहा है।