‘आउटरीच अभियान’ से किसानों को करूंगा एकजुट
मोदी सरकार से नाराज मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक यही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि, अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद ‘मैं उत्तर भारत के सभी किसानों को एकजुट करने के लिए एक आउटरीच अभियान शुरू करूंगा।’
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‘चुप रहोगे तो राष्ट्रपति बन जाओगे’
सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए एक अहम खुलासा भी किया। उन्होंने कहा कि, ‘मुझसे कहा गया कि चुप रहोगे तो राष्ट्रपति बना दिए जाओगे।’ मलिक ने कहा कि, उन्होंने मुझे हर एंगल से लुभाने की कोशिश की, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया। मैंने कहा कि, जब बात किसानों के हित की है तो मुझे कोई भी प्रस्ताव मंजूर नहीं।
BJP के नेता रहे मलिक कृषि सुधारों के आलोचक रहे हैं। मलिक ने सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा, ‘हमने 700 से ज्यादा किसानों को खो दिया, लेकिन एक डॉग की मौत पर लैटर लिखने वाले प्रधानमंत्री ने उन किसानों की मौत पर एक शब्द तक नहीं बोला।’
उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार MSP पर कानूनी गारंटी देने में विफल रही है, क्योंकि पीएम मोदी के मित्र, जिन्होंने तीन कृषि कानून लाए जाने से पहले पानीपत में 50 एकड़ जमीन पर गोदाम का निर्माण किया था, वो कम कीमत पर गेहूं खरीदना चाहते हैं। यही नहीं इसे ऊंची कीमत पर भी बेचना चाहते हैं।
निशान साहिब फहराने का फैसला सही
पिछले साल 26 जनवरी को कथित आंदोलनाकरियों द्वारा दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर निशान साहिब का झंडा फहराए जाने को सही ठहराते हुए मलिक ने कहा कि वह फैसला गलत नहीं था।
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