प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बिना किसी तैयारी के केंद्र सरकार ने देश को लॉकडाउन कर दिया। काम-धंधा बंद होने के बाद प्रवासियों के पास गांव जाने के अलावा दूसरा चारा नहीं था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रवासियों की जान बचाई। राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा कि महामारी में हमारे अच्छे काम की तारीफ के बजाय चुनावी लाभ के लिए प्रधानमंत्री ने इस तरह का बयान दिया है।
एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि प्रवासियों को उनके गृह क्षेत्र पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने नहीं बल्कि केंद्र ने स्पेशल गाडिय़ां चलाई थीं। गुजरात से 1033, महाराष्ट्र से 817 और पंजाब से 400 ट्रेनें चलाई गईं। सुले ने कहा कि महाराष्ट्र पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाना गलत है। राउत ने कहा कि प्रवासियों को घर भेजने में मदद करने वाले अभिनेता सोनू सूद की तब भाजपा नेता तारीफ कर रहे थे। राजभवन में उनका सम्मान किया गया। प्रधानमंत्री को यह सब क्यों नहीं दिखता। संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने कोराना काल में कांग्रेस की भूमिका की खिंचाई की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूरों का ध्यान रखने के बजाय कांग्रेस नेताओं ने उन्हें फ्री टिकट दिया। इसके चलते यूपी-बिहार सहित अन्य प्रदेशों में कोरोना तेजी से फैला।
भाजपा और केंद्र सरकार पर आक्रामक राउत मंगलवार को महाविकास आघाडी सरकार पर ही बरसे। उन्होंने कहा कि केंद्र को जवाब देने का क्या मैंने ठेका ले रखा है। मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस मंत्रियों को भी बोलना चाहिए। उन्होंने जानना चाहा कि सरकार में बैठे लोग क्यों चुप्पी साधे हैं। जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को जवाब देना चाहिए।