All of us are united, BJP can't threaten any MLA…horse trading not possible with those who are with us now: Shaktisinh Gohil,Congress MLA pic.twitter.com/V9qbq34dAx
— ANI (@ANI_news) 7 August 2017
बेंगलुरु से लौटने के बाद इन विधायकों को आणंद के पास स्थित गुजरात कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के रिजॉर्ट में रखा जाएगा। इन विधायकों के परिवार को भी रिजॉर्ट में बुला लिया जाएगा ताकि रक्षाबंधन पर परिजनों के साथ होने की उनकी इच्छा पूरी हो सके। रिजॉर्ट से इन विधायकों को सीधे मतदान केंद्र ले जाया जाएगा।
कांग्रेस विधायक शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि विधायकों को तोडऩे में नाकाम रहने के बाद अब भाजपा उनकी छवि खराब करने के लिए अफवाहें फैला रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता यह दुष्प्रचार कर रहे हैं कि मतदान के समय कांग्रेस विधायक पटेल के पक्ष में मतदान करने के बजाय नोटा का इस्तेमाल करेंगे। गोहिल ने कहा कि जो भी विधायक इस समय हमारे साथ हैं उनको खरीदन भाजपा के लिए मुश्किल है।
Ahmed Patel will meet all MLAs at the resort this evening: Shailesh Parmar,Chief whip of the Congress in Gujarat Assembly #RajyaSabhapolls pic.twitter.com/2nKLKHJG6C
— ANI (@ANI_news) 7 August 2017
अमित शाह ने गुजरात में डेरा डाला
गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों के लिए मंगलवार को होने वाले मतदान को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात में डेरा डाल दिया है। उन्होंने उम्मीदवारों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं। भाजपा की राज्यसभा चुनाव के लिए अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए बलवंत सिंह राजपूत मैदान में हैं।
भाजपा ने राजपूत को मैदान में उतारकर कांग्रेस के उम्मीदवार और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के लिए सीधी चुनौती पेश कर रखी है। पिछले दिनो ही कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इससे अहमद पटेल के राज्यसभा पहुंचने का रास्ता मुश्किल होने लगा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा उसके विधायकों को खरीदने के लिए 15 करोड़ रुपए और टिकट का लालच दे रही है। इसके बाद ही पार्टी को और टूट से बचाने के लिए कांग्रेस के 44 विधायकों को बंगलूरु भेज दिया गया। कांग्रेस विधायक कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के रिजॉर्ट में ठहरे थे। कांग्रेस विधायकों के वहां पहुंचने के बाद ही शिवकुुमार के ठिकानों पर 4 दिनों तक की छापामारी के बाद आयकर विभाग ने उनसे ३०० करोड़ की अघोषित संपत्ति बरामद होने का दावा किया। हालांकि कांग्रेस ने इसे सरकार के इशारे पर की गई कार्रवाई बताया।