लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने दिया नया नारा ‘अब होगा न्याय’
इस सीट पर कांग्रेस को 16 बार मिल चुकी है जीत अमेठी संसदीय सीट पर अभी तक 16 बार लोकसभा चुनाव और 2 बार उपचुनाव हुए हैं। इन चुनावों में कांग्रेस को 16 बार जीत मिली है। पहली बार 1977 में जनता पार्टी के राघवेंद्र प्रताप सिंह और दूसरी बार 1998 में भाजपा के डॉ. संजय सिंह के हाथों कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था। यही कारण है कि अमेठी को कांग्रेस का मजबूत गढ़ माना जाता है।
मोदी लहर में भी विरोधियों को नहीं मिली जीत बता दें कि अमेठी लोकसभा सीट की सियासी खुशबू ऐसी है जो सिर्फ कांग्रेस के चुनाव निशान को पहचानती है। यही कारण है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भी मोदी लहर पर सवार भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी कमल नहीं खिला पाई थीं। मोदी लहर के बावजूद 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 4,08,651 वोट मिले थे। भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी को 3,00,74 वोट मिले थे। उन्हें 1,07,000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि 2009 में कांग्रेस अध्यक्ष की जीत का अंतर 3,50,000 से भी ज्यादा का रहा था।
प्रियंका गांधी ने भाजपा पर बोला हमला, कहा- ‘सच्चे देशभक्त हैं तो इंदिरा और राज… क्या है अमेठी का गणित इस सीट पर दलित और मुस्लिम मतदाता किंगमेकर की भूमिका निभाते हैं। मुस्लिम मतदाता करीब 4 लाख तो दलित मतदाताओं की संख्या करीब साढ़े तीन लाख है। इसके अलावा यादव, राजपूत, पासी और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या भी काफी है।
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