पंजाब सीएम अमरिंरद सिंह ने सवालिया लहजे में कहा है कि आखिर भारतीय जवानों को गोली चलाने के आदेश क्यों नहीं दिए गए। उन्होने पूछा है कि जब कर्नल संतोष बाबू पर हमला हुआ तो बाकी के जवानों ने गोलियां क्यों नहीं चलाईं?
कोरोना संकट के बीच बीजेपी के लिए आई बड़ी खुशखबरी, उच्च सदन में बढ़ने जा रही है मोदी सरकार की ताकत पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि चीनी सैनिकों की ओर से की गई धोखेबाजी के बाद जब कर्नल संतोष बाबू पर हमला किया गया तो भारतीय जवानों ने गोलियां क्यों नहीं चलाईं।
तय हो जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि कोई अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल रहा है और हमें यह ढूंढने की जरूरत है कि वह कौन था। पंजाब सीएम ने इस घटना के लिए जिम्मेदारी तय करने की मांग की।
कैप्टन ने कहा, देश उपयुक्त जवाब की उम्मीद कर रहा है। सरहद पर हमारे सैनिकों को स्पष्ट रूप से कहा जाए कि यदि वे हमारा एक जवान मारते हैं तो आप उनके तीन मारो।
सीएम ने कहा कि वह एक राजनेता के तौर पर नहीं बोल रहे हैं बल्कि वह ऐसे व्यक्ति के रूप में यह सब कह रहे हैं जो सेना का हिस्सा रह चुका है। उन्होंने कहा अब चीन के साथ भाई-भाई वाले रिश्ते खत्म हो चुके हैं। 1962 वाली स्थिति नहीं है. हमारी सेना अब बहुत मजबूत हो चुकी और हर मोर्चे पर जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।
देश में कोरोना का सबसे बड़ा विस्फोट, कोरोना मरीज ने अस्पताल में ही लगा ली फांसी, लेकिन पहले जो लिखा वो जानकर आप भी हो जाएंगे भावुक दो बार बदले गए बयानपंजाब सीएम अमरिंदर ने कहा है कि गलवान घाटी की घटना पर भारतीय विदेश मंत्रालय का रुख भी 48 घंटे में बदल गया। पहले बताया गया था कि हमारे सैनिक निहत्थे थे, लेकिन जैसे ही उन पर सवाल उठने तो बयान बदल गया और फिर बाद में कहा गया कि वो हथियार लेकर गए थे। उन्होंने कहा कि अगर हथियार साथ थे तो फिर गोलियां क्यों नहीं चलाई गईं?