2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा का हारना लगभग तय
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने सोमवार को वह अद्भुत फार्मूला बताते हुए यह दावा किया कि भाजपा से लोग परेशान हैं और आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में उनका हारना लगभग तय है। सभी दल भाजपा को एक-एक करके छोड़ रहे हैं।
सत्तारूढ़ भाजपा से तंग आ चुके हैं लोग
कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए साथ आती हैं तो इससे भाजपा की सीटें 100 से भी कम हो जाएंगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि लोग सत्तारूढ़ भाजपा से तंग आ चुके हैं।
सारा खेल अंकगणित और लोगों के मिजाज का है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने 23 जून को बिहार के पटना में विपक्ष की पहली महत्वपूर्ण बैठक से पहले कहा, सारा खेल अंकगणित और लोगों के उस मिजाज का है। लोगों का मिजाज हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव में साफ देखा गया। जो कोई भी भाजपा को हरा सकता है, जनता उसके साथ है। यह भी पढ़ें – भाजपा की नई कार्यकारिणी का ऐलान जल्द, राजस्थान से शामिल होंगे कुछ नए चेहरे!
2014 में भाजपा को करीब 31 फीसदी वोट मिले थे
प्रमोद तिवारी ने कहाकि 2014 में जब नरेंद्र मोदी अपने चरम पर थे तब भाजपा को करीब 31 फीसदी वोट मिले थे। इसलिए वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए बाकी 69 फीसदी वोटों को एकजुट होने की जरूरत है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारा मकसद मुकाबले को एक बनाम एक बनाना होगा।
अगर असहमत हुए तो सिर्फ 4-5 फीसद वोट छोड़कर जाएंगे
प्रमोद तिवारी ने कहाकि अगर कुछ लोग असहमत होकर चले भी जाते हैं तो भी चार से पांच प्रतिशत वोट छोड़कर हमारे पास लगभग 64 प्रतिशत वोट होंगे। अब महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर लोगों का मिजाज बदल गया है।
यह है प्रमोद तिवारी का फार्मूला
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहाकि 2024 में, मुझे क्या लगता है कि लोगों ने फैसला कर लिया है। अगर विपक्ष साथ नहीं आया तो लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे और अगर वे एकजुट हुए तो भाजपा का सफाया हो जाएगा और वे 100 सीटों से नीचे आ जाएंगे। तो प्रमोद तिवारी का फार्मूला यह है कि, विपक्ष अगर साथ आ गया तो भाजपा 100 सीटों से नीचे आ जाएंगी।
मल्लिकार्जुन खरगे व राहुल गांधी बैठक में होंगे शामिल
विपक्ष की पटना बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी और अन्य नेता शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त पटना बैठक के लिए ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, मल्लिकार्जुन खरगे, अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अरविंद केजरीवाल ने सहमति दी है। इसके अलावा एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे, दीपांकर भट्टाचार्य ने आने पर सहमति दी है। यह भी पढ़ें – जबलपुर में 30 फीट की गदा चर्चा में, मध्य प्रदेश में बजरंग बली के सहारे कांग्रेस, भाजपा को घेरगी!