लंबे समय से मोदी कैबिनेट को लेकर चल रहा इंतजार 7 जुलाई को खत्म होने जा रहा है। शाम 6 बजे ना मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा बल्कि राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त करने के साथ ही ये साफ हो गया है कि मोदी कैबिनेट में उम्र दराज लोगों की बजाय युवा चेहरों पर जोर दिया जाएगा।
मोदी कैबिनेट में करीब डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को तो शामिल किया ही जाएगा। साथ ही कुछ पुराने चेहरों को हटाया भी जा सकता है। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं को सूचना भी दी जाने लगी है। यही वजह है कि मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम से सर्वानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र से नारायण राणे, बिहार से जदयू नेता आरसीपी सिंह जैसे प्रमुख नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में युवाओं को खास तौर पर तरजीह दी जाएगी।
पहले कैबिनेट विस्तार में मोदी सरकार एनडीए दलों को नजरअंदाज नहीं करना चाहती। यही वजह है कि सहयोगी दलों से भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जा रही है। इनमें अपना दल से अनुप्रिया पटेल, लोजपा के पशुपति पारस, निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद को मौका मिलने की उम्मीद है।
दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी का ये पहला कैबिनेट विस्तार है। सरकार बनाने के दो साल बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार हो रहा है। इस बीच कोरोना जैसी महामारी से भी जूझना पड़ा है। खासकर कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से सरकार की छवि पर भी असर पड़ा है।