हालांकि विपक्ष का कहना है कि जबतक सांसदों का निलंबन रद्द नहीं कर दिया जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा। वहीं सत्ता पक्ष ने सांसदों के निलंबन को सही ठहराते हुए उनकी गलती पर माफी मांगने की बात कही। बता दें कि मानसून सत्र में अनुशासनहीनता के चलते शीतकालीन सत्र में 12 सांसदों को निलंबित किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा 6 सांसद कांग्रेस के हैं।
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कांग्रेस को बड़ा झटका, गोवा के पूर्व सीएम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज कल होगा बहिष्कारनिलंबित सांसदों की बहाली को लेकर विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि 12 सांसदों को जबरदस्त नियम के विरुद्ध जाकर निलंबित किया गया है। ऐसे में विपक्ष के समाच विचारधारा वाले दल इसके विरोध में बुधवार को राज्यसभा का बहिष्कार करेंगे।
इससे पहले हंगामे के बीच राज्यसभा दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित हुई थी। राज्यसभा के संबंध में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राज्यसभा को चलाने में आ रही रुकावटों के लिए सरकार खुद जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कामकाज को सुविधाजनक बनाने का पूरा प्रयास किया। हम सिर्फ यह बताना चाहते हैं कि मानसून सत्र की बात को शीतकालीन सत्र में लाकर जिन 12 सांसदों का निलंबन किया गया है, वह गलत है।
सांसदों को नियम 256 के अनुसार ही निलंबित किया जा सकता है, लेकिन उन्होंने नियमों की अनदेखी की। सरकार की मंशा संसद चलाने की नहीं है।
यह भी पढ़ेंः प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त जय बच्चन ने भी गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन में लिया हिस्सासांसदों के निलंबन के समर्थन में सपा सांसद जया बच्चन भी नजर आईं। मंगलवार को उन्होंने गांधी प्रतिमा पर चल रहे विपक्ष के प्रदर्शन में हिस्सा भी लिया। जया बच्चन के अलावा एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया।