सोमवार को मीडिया से बातचीत में आरसीपी सिंह ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा, “नीतीश की न साख बची है और न ही विश्वसनीयता तो ये विपक्ष के पास गए हैं। 1996 से हैं वो सत्ता में आज 2022 है, चार साल निकाल दें तो अब तक किसके साथ रहे हैं आप? ये बीजेपी है जिसने आपको स्थापित किया, केंद्र में मंत्री बनाया, राज्य में सीएम बनाया। विपक्ष भी जानता है कि वो एक दो बार नहीं कई बार इधर-उधर किया है। अब आप कह रहे हैं कि हम आ गए हैं जरा सब लोग एक हो जाइए। आपने किसका सम्मान किया है? इतिहास उठाकर देखिए कभी न कभी किसी ने किसी नेता का अपमान किया है। कोई बचा है क्या? तो भला कोई क्यों देगा इनका साथ।”
आरसीपी सिंह ने नीतीश के दिल्ली दौरे पर कहा, “कोई भी विपक्षी पार्टी का नेता नहीं मानेगा, इनपर क्या ही भरोसा होगा जो इधर-उधर करता है। ममता के पास तो अच्छा खासा समर्थन होगा। इनके पास क्या है? नॉनप्लेइंग कैप्टन क्या ही चलेगा आजकल?”
आरसीपी सिंह ने कहा, ‘महत्वाकांक्षी सभी को होना चाहिए लेकिन आप अति कर देते हैं कि सबको खुद से नीचे देखते हैं। 165 विधायकों का समर्थन हैं आपको और इसी के आधार पर टिकट का बंटवारा होगा बिहार में। पर कितने जिलों में हमारे विधायक बचे हैं? पटना, मूंगेर जैसे जिलों में पार्टी का क्या बचा है?”
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘बीजेपी ने इन्हें सीएम बनाया क्योंकि ये चेहरा थे लेकिन महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी थे और सीएम बने नीतीश। नीतीश से पूछिए कि इनकी USB क्या थी। कभी राजद के राज को आतंक का राज कहने वाले के साथ हो लिए और अब वो जनता का राज बन गया। आप तो पारस बन गए कि आपके छूने से लोहा पत्थर सब सोना हो जाता है।’
उन्होंने कहा, “मैं अपने मन में किसी प्रकार की कटुता नहीं रखता। नीतीश कुमार पद से तो भ्रष्ट है हीं अब भाषा भी उनकी भ्रष्ट हो गई है। मुझे टारगेट करने के लिए पूरे आईएएस महकमे पर सवाल उठा दिया।”
उन्होंने कहा कि “जिस प्रकार की सोच है उनकी, वो थे क्या? जनता ने चुना तो सांसद बने, सरकार ने तय किया तो वो मंत्री बने। वो व्यक्ति के तौर पर कुछ नहीं बने। स्टाफ पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन इनको बताओ कि किसी भी प्रकार का स्टाफ हो, यदि वो नहीं रहेगा तो कोई कुछ नहीं कर पाएगा। ये खुद के अलावा सबको समझते हैं कि उसका विकास कल्याण में कोई योगदान नहीं है जबकि खुद उनका कोई योगदान नहीं है।”