चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में कहा है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। आयोग ने सिद्धू से इस नोटिस का जवाब अगले 24 घंटे में देने के लिए भी कहा है। सिद्धू को भेजे नोटिस में ये कहा गया है कि उन्होंने राजनीतिक प्रचार के लिए धार्मिक बातों का जिक्र कर सुप्रीम कोर्ट की ओर से लगाई रोक की भी अवहेलना की है। ऐसे में उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा जा रहा है।
सिद्धू ने बिहार के कटिहार में भी आयोजित एक चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया और इस दौरान उन्होंने ये विवादित बयान दिया। खास बात यह है कि सिद्धू ने अपने इस बयान का वीडियो खुद के ट्विटर हैंडल पर शेयर भी किया है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस नेता और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के विवादित बयान ने परेशानी बढ़ा दी थी। सिद्धू ने कांग्रेस-आप गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि शतरंज की जब बिसात बिछी हो तो प्यादे को अपनी औकात नहीं भूलनी चाहिए। सिद्धू के इस बयान से राजनीतिक गहमा गहमी और बढ़ गई थी। सिद्धू यहीं नहीं रुके उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की पांच साल के सरकार में न राम मिला न रोजगार मिला और गली-गली में मोबाइल चलाता बेरोजगार मिला।