रायबरेली सदर से एमएलए अदिति सिहं ने तो यहां तक कह दिया कि मैं, सीएम योगी के दम पर ही सियाल जंग लड़ रही हूं। कमला नेहरू ट्रस्ट्र की जमीन को लेकर नाराज हैं अदिति
दरअसल, इस तकरार की शुरुआत रायबरेली के सिविल लाइन चौराहे पर स्थित कमला नेहरू ट्रस्ट ( Kamla Nehru Trust ) की जमीन पर कई दशकों से काबिज पटरी दुकानदारों को न्यायालय के आदेश पर वंहां से हटाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद से जारी है। प्रशासन की ओर से नोटिस मिलने के बाद से इस जमीन पर दशकों से काबिज दुकानदारों के पक्ष में सदर विधायिका अदिति सिंह खुल कर उतर सामने आई हैं।
PM Modi ने बाढ़ प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से की बात, केंद्र-राज्य के बीच तालमेल पर दिया जोर इतना ही नहीं कांग्रेस विधायक ने भारी संख्या में मौजूद भीड़ के सामने अपने समर्थकों से योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के नारे भी लगवाए। इस बात को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और उनके बीच पिछले कुछ महीने से तकरार जारी है। प्रियंका गांधी को उन्हीं के गढ़ में खुली चुनौती देते हुए अदिति सिंह कहा कि मैं इस मामले को मुख्यमंत्री योगी के संज्ञान में भी डालूंगी।
CM ने दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा कमला नेहरू पार्क की जमीन पर दुकारदारों के कब्जे को लेकर उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने मामले की निष्पक्ष जांच ( Fair investigation ) कराने का भरोसा दिया है। योगी जी की सरकार में किसी पर कोई अत्याचार नहीं होगा। प्रशासन ने इस मामले में गरीबों की नहीं सुनी, उनको सुनवाई के मौका तक नहीं मिला।
Former PM Manmohan Singh ने दिए नेक सलाह, आर्थिक संकट से बाहर आने के लिए मोदी सरकार को करने होंगे 3 काम कांग्रेस एमएलए अदिति ने कहा कि मेरे पिता ने हमेशा गरीबों की लड़ाई लड़ी। मैं उनके रास्ते पर चल रही हूं। इस दौरान उन्होंने कमला नेहरू ट्रस्ट पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जमीन पर कई दशक से ये दुकानदार काबिज हैं तो ट्रस्ट के पक्ष में ये जमीन कैसे फ्री होल्ड ( Free hold ) हो गई।
बता दें कि सूबे में योगी सरकार बनने के बाद से ही अदिति सिंह का रुझान बीजेपी (
BJP ) की तरफ हो गया है। इससे पहले भी वह कई बार केंद्र व योगी सरकार ( Yogi Government ) के पक्ष में बोलती भी नजर आई हैं। गांधी जयंती के विशेष सत्र में हिस्सा लेने पर भी उन्होंने कहा था कि यह उनका फैसला था। वो इस विशेष सत्र का हिस्सा बनकर लोगों की बात रखने के लिए गई थीं।