इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, ”रिपोर्टों से पता चलता है कि आखिरकार गृह मंत्री ने मणिपुर पर प्रधानमंत्री मोदी से बात की है। पिछले 55 दिनों से मोदी जी ने मणिपुर पर एक शब्द नहीं कहा। हर भारतीय उनके बोलने का इंतजार कर रहा है। यदि मोदी जी वास्तव में मणिपुर के बारे में चिंतित हैं, तो सबसे पहले उन्हें अपने मुख्यमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।”
मल्लिकार्जुन खरगे यहीं नही रुके , उन्होंने सरकार को सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए कई सुझाव भी दिए। उन्होंने ट्वीट में आगे कहा, ”उग्रवादी संगठनों और असामाजिक तत्वों से चुराए हुए हथियार जब्त करें। सभी पक्षों से बातचीत शुरू करें और साझा राजनैतिक रास्ता निकाला जाए। सुरक्षा बलों की मदद से ब्लॉकेड खत्म करें। राष्ट्रीय राजमार्गों को खोलकर और सुरक्षित रखकर आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करे। प्रभावित लोगों के लिए राहत, पुनर्वास और आजीविका का पैकेज बिना देरी किए तैयार किया जाना चाहिए। घोषित राहत पैकेज अपर्याप्त है। भाजपा और मोदी सरकार का कोई भी प्रोपेगेंडा, मणिपुर हिंसा में उनकी घोर विफलताओं पर पर्दा नहीं डाल सकता।”
गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री ने मणिपुर हिंसा को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक के एक दिन बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अमित शाह से मुलाकात की थी। वहीं मिस्र और अमरीका के छह दिवसीय दौरे से लौटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी समेत कई अधिकारियों के साथ बैठक की। माना जा रहा है कि बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री ने पीएम मोदी को मणिपुर के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी है।