विपक्ष में बैठने का जनादेश है मुलाकात के बाद शरद पवार ने नंबर गेम की दुहाई देते हुए कहा कि जनता ने हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है। इसलिए जोड़तोड़ के दम पर सत्ता में भागीदार बनना पूरी तरह से उचित नहीं हरेगा। हम फिलहाल हालात पर नजर रखे हैं।
मुंबई से दिल्ली पहुंची महाराष्ट्र की लड़ाई, आज शाह और सोनिया के दरबार में तय हो सकती है आगे बीजेपी शिवसेना से गठबंधन तोड़ा नहीं है दूसरी तरफ शिवसेना बीजेपी पर सीएम पद को लेकर लगातार दबाव बना रही है, लेकिन बीजेपी अभी भी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। पार्टी शिवसेना से बातचीत के लिए दरवाजे खोले हुई है। बीजेपी फिलहाल इंतजार करो और देखो की रणनीति पर काम करेगी।
बीजेपी पीछे हटने को तैयार नहीं बीजेपी और शिवसेना के बीच पूरा विवाद 50-50 फॉर्मूले को लेकर है। शिवसेना बार-बार बीजेपी को उसका वादा याद दिलाई ला रही है तो वहीं बीजेपी राजी होने को तैयार नहीं है।
झारखंड विधानसभा चुनाव: क्या महाराष्ट्र और हरियाणा के परिणामों से सीख लेंगे बीजेपी बीजेपी नेताओं का कहना है कि 50-50 फॉर्मूले का मतलब सरकार में बराबरी की हिस्सेदारी से था। ढाई-ढाई साल के सीएम पद के लिए नहीं था। मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी पीछे हटने को तैयार नहीं है। पार्टी इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी। लेकिन बीजेपी मंत्रालय बांटने को तैयार है।
साथ ही उपमुख्यमंत्री पद भी देने को तैयार है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि शिवसेना से गतिरोध 8 नवंबर तक सुलझ जाएगा। झारखंड विधानसभा चुनाव: क्या महाराष्ट्र और हरियाणा के परिणामों से सीख लेंगे बीजेपी