ठाकरे ने कहा कि छात्र एक ‘युवा बम’ की तरह हैं। इसलिए वो केंद्र सरकार से अनुरोध करते हैं कि छात्रों के साथ ऐसा सुलूक हरगिज न किया जाएगा, जैसा की सरकार कर रही है।
जामिया हिंसा पर गृह मंत्रालय का बयान— दिल्ली पुलिस ने नहीं चलाई गोली
वहीं, गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि रविवार को जामिया मिलिया इस्लामिया में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस की ओर से एक भी गोली नहीं चलाई है। सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान आगजनी करने और वाहनों को जलाने के लिए 10 लोगों की गिरफ्तारी पर मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि हिरासत में लिए गए सभी 10 लोग आपराधिक बैकग्राउंड के हैं।
जामिया हिंसा: पुलिस पर गिरी गाज, एडीशनल डीसीपी समेत 11 पुलिस अफसरों का तबादला
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) हिंसा मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने सवाल किया कि आखिर बसें कैसे जली? प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति एस.ए. बोबडे ने कहा, “हमें सरकार के पक्ष में कोई दिलचस्पी नहीं है और अदालत पूरे विवाद में समाचार पत्रों और खबरों पर भी भरोसा नहीं करेगी।”