उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत के 70 साल के लोकतांत्रिक इतिहास में कहीं भी ऐसी सरकार स्थापित हो और वो भी 15 साल विपक्ष में रहने के बाद, जहां सरकार में आने के बाद 22 विधायक उस सरकार के नेतृत्व में पूरी तरह विश्वास खोकर जनता की अदालत में दोबारा कूदना चाहें।
उन्होंने कमलनाथ के आइटम वाले बयान पर कहा कि कमलनाथ ने कहा कि वह इमरती देवी का नाम भूल गए हैं। जो आपके मंत्रिमंडल में था, उसका नाम आप कैसे भूल सकते हैं? क्योंकि वह एक महिला है, दलित है? क्या यह उनकी और कांग्रेस की महिलाओं के बारे में सोच है? वह अहंकार से भरा है, और लोग इसे तोड़ देंगे।