यही नहीं कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। लेकिन इन सबके बीच गुजरात की विजय रुपाणी सरकार का कोरोना को लेकर अजीब फरमान सामने आया है।
दरअसल रुपाणी सरकार कोराना गाइडलाइन के उल्लंघन पर जनता से दो दोगुना जुर्माना वसूल रही है, लेकिन नेताओं को इसमें खासी छूट दी जा रही है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला…
यह भी पढ़ेंः Mata Vaishno Devi के लिए इस दिन से शुरू हो रहीं विशेष ट्रेनें, इन राज्य के लोगों को मिलेगा फायदा गुजरात में रोजाना कोरोना संक्रमण के नए मामलों में इजाफा हो रहा है। एक तरफ जहां गुजरात में 8 बड़े शहरों में स्कूलों को ऑफलाइन कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ बढ़ते कोरोना मामलों के चलते अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट जैसे बड़े शहरों में सिटी बस से लेकर पार्क और यहां तक कि जिम और क्लब भी बंद करने का आदेश दिया गया है।
मास्क ड्राइव में दो तरह का जुर्माना
कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण बड़े शहरों में एक बार फिर मास्क ड्राइव शुरू की जा रही है। मास्क न पहनने वालों पर 1 हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है। लेकिन मास्क ड्राइव को लेकर गुजरात सरकार दो तरह का जुर्माना वसूल रही है।
दरअसल इन दिनों गुजरात में विधानसभा सत्र चल रहा है। इस दौरान मास्क न पहनने वाले मंत्रियों, विधायकों, अधिकारियों पर जुर्माने की घोषणा की गई है, जिसके मुताबिक इन लोगों से मास्क न पहनने पर 500 रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा।
यानी सीएम विजय रुपाणी के लिए जनता से ज्यादा वसूली और नेताओं ज्यादा छूट एक अजीब नियम है। रुपाणी सरकार नेताओं के मुकाबले उसी उल्लंघन का जनता से दोगुना जुर्माना वसूल रही है। वहीं इस नियम को लेकर विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि ये नियम विधानसभा परिसर के लिए बनाए गए हैं, क्योंकि कोरोना के मामले काफी ज्यादा हो गए हैं।
यह भी पढ़ेंः Maharashtra : 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 25,833 केस आए सामने, 58 की मौत जो नेता सदन में बोलने के लिए खड़े होते हैं। वो कुछ देर के लिए मास्क उतार सकते हैं, लेकिन यदि कोई भी नेता, विधायक बिना मास्क के परिसर में घूमता हुआ पाया गया तो उन पर ये नियम सख्ती से लागू होगा।
114 करोड़ रुपए की वसूली
कांग्रेस विधायक ने सरकार से जवाब मांगा कि मास्क न पहनने पर अप्रैल से लेकर दिसंबर 2020 तक प्रदेश सरकार ने कितने रुपए जुर्माना वसूला, तो रुपाणी सरकार ने जवाब में बताया कि इस बीच सरकार ने 114 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला है।
इनमें सबसे ज्यादा अहमदाबाद में 5 लाख 4,828 लोगों से 30 करोड़ 73 लाख 2 हजार 840 रुपए की वसूली की गई है।