कैबिनेट में फेरबदल के सुगबुगाहट के बीच कुछ दिन पहले दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में मंत्रियों का एक समूह पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिला। पार्टी अध्यक्ष से मिलने वालों में सबसे चर्चित नाम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का है। उन्होंने पार्टी कार्यालय में जेपी नड्डा से मिलीं। उसके बाद हाल ही में कानून मंत्री बने अर्जुन राम मेघवाल ने भी जेपी नड्डा से मुलाकात की। साथ ही स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी बघेल, जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी नड्डा से मिले।
कुछ दिनों पहले इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने कई राज्यसभा सांसदों को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है। वैसे भी मोदी सरकार में बड़ें मंत्रालय जैसे की वित्त, विदेश, रेल, शिक्षा के मंत्री राज्यसभा के कोटे से बनाए गए है। इनमें विदेश और रेल मंत्री की लोकप्रियता काफी ज्यादा है और भाजपा उन्हें लोकसभा में कैश कराना चाहती है।
कैबिनेट में बदलाव से पहले ही भाजपा ने अपने 4 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी को तेलंगाना का प्रभार सौंपा गया। जिससे अधिक मंत्रियों को राज्य की जिम्मेदारियां सौंपे जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। वहीं, कांग्रेस से भाजपा में आए सुनील जाखड़ को पंजाब और बाबूलाल मरांडी को झारखंड में भाजपा प्रमुख बनाया गया है। इनमें से पंजाब को छोड़ तेलंगाना और झारखंड में अगले 1 साल के भीतर चुनाव होने वाले है।
भाजपा अध्यक्ष से मिलने वाले अधिकांश मंत्री चुनाव वाले राज्यों से हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान से और प्रल्हाद सिंह पटेल तथा ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश से हैं। कुछ लोगों का कहना है कि मंत्रियों को परामर्श के लिए भी बुलाया गया होगा कि उनके राज्यों से किसे केंद्र में लाया जा सकता है। इन बैठकों से मंत्रियों को पार्टी में लाने और नए लोगों को मंत्री पद की जिम्मेदारी देने की संभावना बढ़ गई है।