उल्लेखनीय है कि अस्पताल की स्थापना और संचालन को लेकर पिछले तीन साल में 50 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप में गोलबाजार पुलिस ने डॉ. गुप्ता और अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। पिछले कुछ दिनों से पुलिस ने अस्पताल के वर्तमान अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान लिए हैं। इसके बाद डॉ. गुप्ता को बयान के लिए उपस्थित होने कहा गया था। उन्हें 27 मार्च को थाने में उपस्थित होकर बयान देने के लिए नोटिस भेजा था।
समय देने से इनकार
पुलिस के मुताबिक डॉ. गुप्ता ने अपने वकील हेमंत तिवारी के माध्यम से लिखित में जानकारी दी है। इसमें उन्होंने स्वास्थ्यगत कारणों से थाने में उपस्थित नहीं हो पाने की जानकारी दी है। साथ ही बयान देेने के लिए 20 दिन का समय मांगा है। वकील के सूचना देते समय थाने में टीआई मौजूद नहीं थे। इसकी जानकारी होने पर उन्होंने किसी भी प्रकार का समय देने से इनकार कर दिया। बयान देने के लिए उपस्थित नहीं होने पर पुलिस अब उनकी तलाश में जुट गई है।
रायपुर गोलबाजार टीआई संजय पुंढीर ने कहा, पूर्व अधीक्षक ने अपने वकील के माध्यम से लिखित में सूचना भिजवाई है। इसमें स्वास्थ्यगत कारणों से बयान देने के लिए उपस्थित होने में असमर्थतता जताई है। साथ ही 20 दिन का समय मांगा था, जिसे इनकार कर दिया गया है।