1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले बात करेंगे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की। ईसंक पूरा नाम नरेंद्र दमोदरदास मोदी है और ये पहले चाय बेचने का काम करते थे। आज ये न केवल देश के, बल्कि दुनिया सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं। इनके नेतृत्व में भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी। वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में एनडीए ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई।
यह भी पढ़ें- प्रयागराज आएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 101 महिलाओं से करेंगे ‘मन की बात’
कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इटली से पढ़ाई की है और वो एक वेट्रेस थीं। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मृत्यु के बाद हालात ऐसे बने कि इन्हें कांग्रेस की कमान अपने हाथ में लेनी पड़ी। इनके नेतृत्व में यूपीए ने कई वर्षों तक देश में शासन किया।
3. प्रणब मुखर्जी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पहली नौकरी अपर-डिवीज़न-क्लर्क के रूप में Deputy Accountant General के डिपार्ट्मन्ट में थे कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने लंबे समय तक देश की सेवा की है। विदेश से लेकर रक्षा, वित्त मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण पदों पर वो कार्यरत रहे हैं। भले ही आज वो हमारे बीच में नहीं रहे, परंतु आज भी देश की राजनीति में उनकी भूमिका याद की जाती है।
यह भी पढ़ें- ‘CBSE Exam का पेपर RSS-BJP का षड्यन्त्र’, राहुल गांधी ने अंग्रेजी के प्रश्नपत्र को लेकर किया हमला
4. मनमोहन सिंह
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजनीति में आने से पहले पंजाब विश्वविद्यालय और बाद में प्रतिष्ठित दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स में प्राध्यापक थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक महान अर्थशास्त्री भी हैं। पी वी नरसिंह राव के प्रधानमंत्रित्व काल में वित्त मंत्री के रूप में किए गए आर्थिक सुधारों के लिए भी मनमोहन सिंह को श्रेय दिया जाता है।
5. प्रतिभा देवी सिंह पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने एक वकील के रूप में पहली नौकरी की शुरुआत की थी। वो जलगांव जिला अदालत में वकालत भी कर चुकी हैं।
6. निर्मला सीतारमण
वर्तमान में निर्मला सीतारमण भारत की वित्त मंत्री हैं। राजनीति में आने से पहले उन्होंने लंदन के रीजेंट स्ट्रीट (Regent Street) में होम डेकोर स्टोर हैबिटेट में सेल्सपर्सन के तौर पर काम किया था।
7. मायावती
उत्तर प्रदेश की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियों में से एक बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो भारतीय राजनीति में एक बड़ी शख्सियत हैं। मायावती ने बी.एड डिग्री हासिल करने के बाद IAS की तैयारी के दौरान शिक्षक के रूप में अपनी पहली नौकरी की थी।
8. केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले निजी क्षेत्र की कंपनी टाटा समूह के साथ काम काम किया था। इसके बाद 1992 में भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में कार्यरत थे। बाद में अन्ना आंदोलन से जुड़े और यहीं से उनके राजनीतिक जीवन में नया मोड़ आया।