पूर्व उपमुख्यमंत्री और सांसद दिनेश शर्मा रविवार को एटा जिले में पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर पहुंचे। वहां पर पंडित दीन दयाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद पूर्व विधायक ममतेश शाक्य के घर पहुंचे । शर्मा ने मतदाताओं से बातचीत में जदयू की प्रदेश इकाई की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने की गुजारिश किए जाने के बारे में एक सवाल पर कहा, “नीतीश कुमार को पहले उत्तर प्रदेश में प्रधानी का चुनाव लड़ना चाहिए। उसमें भी उनकी जमानत जब्त हो जाएगी।”
दरअसल कुछ दिन पहले जदयू की प्रदेश इकाई ने पटना में पेशकश की थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यूपी के फूलपुर, मिर्जापुर या अंबेडकर नगर से चुनाव लड़ना चाहिए। हांलाकि नीतीश कुमार इस पेशकश को नकार दिया था ।
दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
सांसद दिनेश शर्मा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सिंह अपना मानसिक संतुलन को खो चुके हैं। पीएफआई देश को तोड़ने का काम करता है ।
दरअसल कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से की थी । उन्होंने कहा कि जो कोई भी नफरत फैलाता है वे एक थाली के चट्टे बट्टे हैं। उन्होंने पीएफआई के खिलाफ सरकारी कार्रवाई के बाद संघ और विश्व हिंदू परिषद के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा था, “अगर उनके (PFI) खिलाफ कार्रवाई की जा रही है तो संघ के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। विश्व हिंदू परिषद के खिलाफ क्यों नहीं की जा रही है ?
राहुल गांधी कांग्रेस नहीं जोड़ पा रहे तो भारत क्या जोड़ेगे?
दिनेश शर्मा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल कांग्रेस को तो जोड़ ही नहीं पा रहे हैं, वह भारत क्या जोड़ पाएंगे ? राहुल गांधी उस लड़की के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं जो देश द्रोही नारा लगा रही थी। देश द्रोहियों से मिलकर भारत नहीं जुड़ने वाला है ।
योगी सरकार मदरसों को आधुनिक बनाना चाहती है शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुल 16513 मदरसे हैं। सात हजार 442 आधुनिक योजनाकरण के तहत हैं। 558 मदरसे को सरकार अनुदान देती है। आज हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित की पढ़ाई से मदरसे के छात्र अनविज्ञ हैं। योगी सरकार मदरसों को आधुनिक बनाना चाहती थी जिससे मदरोसं के बच्चें भी साइंस और मैथ पढ़कर डॉक्टर, इंजीनियर बन सके। मदरसे की डिग्री से पासपोर्ट नहीं बन सकता। बच्चों को आधुनिक शिक्षा मिले। इसके लिए सरकार ने एनसीआरटी की पुस्तकों को चलाया है ।