बता दें कि दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी ( CEO ) कार्यालय ने ऐसे मतदाताओं की संख्या 150 बताई थी। भौतिक समापन के बाद संख्या को संशोधित किया गया। दिल्ली चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारे अधिकारियों ने शुरुआत में 100 और इससे अधिक उम्र के 150 मतदाता चिन्हित किए थे। लेकिन फिजिकल वेरिफिकेशन में पता चला कि इनमें से कई वोटर अब इस दुनिया में नहीं हैं।
इसलिए अंतिम आंकड़ा संशोधित किया गया। संशोधन के बाद वीआर्इपी मतदाताआें की संख्या 150 से कम होकर 132 हो गया है। इन वीआर्इपी मतदाताआें में 68 पुरुष हैं और 64 महिलाएं। 100 से अधिक उम्र के सर्वाधिक 21 मतदाता वेस्ट दिल्ली में हैं। जबकि इस तरह के सबसे कम 7 मतदाता नई दिल्ली जिले में हैं।
दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र में सीआर पार्क निवासी 110 वर्षीय कालीतारा मंडल सबसे बुजुर्ग मतदाता हैं। 111 साल के बच्चन सिंह 2019 के चुनाव में सबसे पुराने मतदाता थे। उनकी दिसंबर में मृत्यु हो गई। दिल्ली के सीईओ रणबीर सिंह ने कहा कि भारत स्काउट ऐंड गाइड्स ने फिजिकल वेरिफिकेशन में मदद की। इस दौरान यह जांचा गया कि ये वोटर अभी जीवित हैं और दिल्ली में हैं या नहीं।
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जो 18 मतदाता नहीं मिले उनमें से अधिकतर की मृत्यु हो चुकी है या वे दिल्ली से बाहर चले गए हैं। उन्होंने कहा कि इन मतदाताओं को इस बार भी वे सभी सुविधाएं दी जाएंगी जो पिछले चुनाव में दी गई थीं। सीईओ ने कहा ने कहा कि इन मतदाताओं के घर एक वरिष्ठ अधिकारी जाएंगे और उन्हें बूथ तल लाएंगे। यदि वे बिस्तर पर नहीं हैं और स्वास्थ्य ठीक है तो उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। यदि ये मतदाता अभी वोट डालने के इच्छुक हैं तो हम उनकी पूरी मदद करेंगे। उन्हें वोटिंग में भी प्राथमिकता दी जाएगी। पोलिंग स्टेशन पर उन्हें बुके दिया जाएगा और स्टाफ के सदस्य सेल्फी लेंगे।