इसी बीच महाराष्ट्र सरकार के मंत्री तानाजी सावंत ने ( Tiware dam burst) बांध टूटने इस घटना के लिए केकड़ों को जिम्मेदार ठहराया है।
केकड़ों की वजह से टूटा बांध: तानाजी सावंत
महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के मंत्री तानाजी सावंत ने रत्नागिरी बांध टूटने पर अजीब तर्क दिया। जल संरक्षण मंत्री ने दावा किया कि तिवारे बांध में पिछले 15 सालों से पानी संरक्षित हो रहा है, लेकिन इसके पहले इसमें कोई दरार नहीं आई थी।
सावंत ने कहा कि बांध साल 2004 में बना था और तब से इसमें कोई दरार नहीं आई.. हालांकि, बांध में केकड़ों की बड़ी समस्या है और इसी कारण से बांध में दरार आई है।
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एनसीपी ने तानाजी को घेरा
तानाजी सावंत के बयान पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने तीखा हमला बोला है। मलिक ने कहा कि आप एक बड़ी और भ्रष्ट शार्क को बचाने के लिए तुच्छ केकड़ों पर आरोप लगाना चाहते हैं? इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए और उन्हें दण्ड मिलना चाहिए।
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बांध टूटने से अबतक 19 की मौत बता दें कि महाराष्ट्र में भेंडेवाड़ी गांव के पास मंगलवार देर रात मूसलाधार बारिश होने के बाद बांध टूटने से 19 लोगों की मौत हो गई। तिवेर बांध हादसे पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), केंद्रीय गृह मंत्रालय, महाराष्ट्र के राज्यपाल और राज्य मुख्यालय मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी जो भेज दी गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है।