विपक्षी दलों का कहना है कि जब 2019 के लोकसभा चुनाव का मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट प्रभाव में आएगा तो कैलेंडर दिखाने से सरकारी सुविधाओं का गलत इस्तेमाल होगा। हालांकि कांग्रेस इस मुद्दे से दूरी बनाए हुए है क्योंकि इस पर वह खुद घिर सकती है। यूपीए के कार्यकाल में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की तस्वीरों और यूपीए सरकार की योजनाओं से भरें कैलेंडर 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी सरकारी कैलेंडरों व प्रदर्शनी पर प्रकाशित हुए थे। आपको बता दें कि भारत सरकार का 2019 का कैलेंडर लगभग तैयार हो चुका है। कैलेंडर में पीएम नरेंद्र मोदी की देशभर में शुरू की गई मुख्य सामाजिक कल्याण योजनाओं को हाईलाइट किया गया है। इन योजनाओं में पीएम मोदी की बड़ी तस्वीरें भी लगाई गई हैं। मोदी की इन्हीं तस्वीरों को लेकर विपक्षी दल काफी नाराज हैं। विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि ऐसा करना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होगा।