अपने इसी बयान में भरत सिंह सोलंकी ने आगे कहा कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए देश के लोगों ने खूब आस्था और विश्वास के साथ पैसें व ईंटों को जमाकर भेजा। गांव के लोगों ने सोचा कि इससे मंदिर बनेगा. लेकिन आपने देखा होगा कि उस पर कुत्ते पेशाब करते हुए दिखे। सोलंकी ने आगे कहा कि रामशिला की किसी को कोई चिंता नहीं है। रामशिला का प्रयोग प्रजा के कल्याण और प्रजा के धर्म के लिए नहीं, बल्कि राजनीति के लिए किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस ने अपने ओबीसी मतदाताओं को एकजुट करने के उद्देश्य से मंगलवार को अहमदाबाद ग्रामीण के वटामण के पास ओबीसी सम्मेलन का आयोजन किया था। कहा जा रहा है कि इसी सम्मेलन में भरत सिंह सोलंबी ने राम मंदिर को लेकर यह विवादित बयान दिया। इस सम्मलेन में गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के साथ-साथ कैप्टन अजय यादव भी मौजूद थे। सोलंकी का बयान सामने के बाद पिछले सप्ताह ही कांग्रेस को छोड़ने वाले हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पर पटलवार किया है।
यह भी पढ़ेंः कांग्रेस के नेताओं की भगवान श्रीराम से क्या दुश्मनी, हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों: हार्दिक
हार्दिक पटेल ने एक के बाद एक दो ट्वीट करते हुए कांग्रेस से पूछा कि कांग्रेस और उससे नेताओं की भगवान श्रीराम से क्या दुश्मनी है? हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों हैं? बताते चले कि 14 मई को कांग्रेस छोड़ते समय भी हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पर देश की जनभावना के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया था। उस दिन उन्होंने एक पत्र जारी कर कहा था कि अयोध्या में राममंदिर, जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाया जाना, सीआरआर, एनआरसी जैसे मुद्दों पर कांग्रेस जनभावना के खिलाफ काम कर रही है।
वहीं आज भरत सिंह सोलंकी का यह बयान सामने आने के बाद भाजपा के नेताओं ने भी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से हिंदुओं के खिलाफ काम करती है। हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंचाने का काम करती है। कांग्रेस और भाजपा में मचे इस घमासान से अयोध्या के महंत समाज में नाराजगी का भाव है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अयोध्या के कुछ महंतों ने कांग्रेस के इस बयान की कड़ी निंदा की है।