उन्होंने कहा कि सरकार को इन विदेशी हस्तियों की आलोचना करने के बजाय प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करनी चाहिए।
कांग्रेस को एक वर्ष में मिला इतने करोड़ रुपए का चंदा, जानिए किस दिग्गज वकील ने पार्टी को दिया सबसे ज्यादा दान अधीर रंजन ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। इन ट्वीट के जरिए उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने आश्चर्य जताते हुए लिखा कि- हमारे कुछ राष्ट्रवादियों ने अमरीका में कहा कि ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’, इसका क्या मतलब था? जब हमने जॉर्ज फ्लॉयड के साथ हुई क्रूरता का विरोध किया, तब तो किसी ने सवाल नहीं किया?
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा- कि जब पॉप स्टार रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग ने देश में चल रहे किसान आंदोलन के प्रति एकजुटता दिखाई है तो हम इतना अधिक परेशान क्यों हो रहे हैं?
कांग्रेस नेता ने बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को “किसी भी आलोचना से डरने” के बजाय आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अब हम एक ग्लोबल विलेज में रहते हैं। हमें आलोचना से डरना नहीं चाहिए बल्कि अपने लिए गए फैसलों पर आत्मनिरीक्षण की जरूरत है।
रंजन ने कहा कि आप सभी किसानों के उत्पादित भोजन को खाकर बड़े हुए हैं। ठीक यही होगा कि आप भी उन भारतीय किसानों के साथ एकजुटता दिखाएं। आपको बता दें कि ग्रेट थनबर्ग सिर्फ 18 वर्षीय किशोर पर्यावरण कार्यकर्ता है। जिन्होंने हाल ही में पावर प्वाइंट सॉफ्टवेयर पर बनाई हुए एक टूलकिट ट्वीट की थी।
जब इस टूलकिट के बारे में शुरुआती जांच की गई तो पता चला कि इस टूलकिट को कनाडा में स्थित एक खालिस्तानी समर्थन संगठन ने तैयार किया है, जिसे ग्रेटा ने साझा किया था। ऐसे में ग्रेटा के खालिस्तानियों के साथ तार जुड़ने की आशंका बढ़ गई है।
विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को लगा बड़ा झटका, अब इस दल ने भी छोड़ा एनडीए का साथ और बना नई पार्टी ग्रेटा थुनबर्ग के अलावा अंतर्राष्ट्रीय पॉप गायिका रिहाना और अमरीकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के कई लोगों में से हैं, जिन्होंने हाल में कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किए हैं।
वहीं कांग्रेस नेता की प्रतिक्रिया विदेश मंत्रालय के गुरुवार को दिए बयान के बाद आई है जिसमें कहा गया था कि, भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार और विनम्रता के संदर्भ में, और सरकार और संबंधित किसान समूहों द्वारा गतिरोध को हल करने के लिए चल रहे प्रयासों” को देखा जाना चाहिए।
एफआईआर दर्ज
इस बीच, दिल्ली पुलिस के साइबर-क्राइम सेल ने किसान विरोध प्रदर्शनों पर एक ‘टूलकिट’ के रचनाकारों के खिलाफ देशद्रोह, आपराधिक साजिश और घृणा को बढ़ावा देने के आरोपों में एक एफआईआर भी दर्ज की है, जिसे जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा के जरिए साझा किया गया था।