जानकारी के अनुसार पत्रकार ने पूछा कि जनसंपर्क अधिकारी कहते हैं कि वह मीडिया के साथ आंकड़े केवल आपसदारी की वजह से शेयर करते हैं। क्या जनता के लिए उनकी कोई जवाबदेही नहीं है? इस सवाल के जवाब में सीएम खट्टर ने कहा कि यह समय आंकड़ों पर गौर करने का नहीं है, जो चला गया वो हमारे शोर मचाने से जिंदा वापस नहीं आएगा। यह एक प्राकृतिक आपदा है, इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। आपको बता दें कि इससे पहले सीएम खट्टर को कोरोना की घातक लहर बताया था। हालांकि उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिए हरियाणा को पूरी तरह से तैयार बताया था। उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन लगाना कोई उपाय नहीं है, क्योंकि इस स्थिति में लोग और ज्यादा पैनिक हो जाते हैं। इसके साथ ही लॉकडाउन से आर्थिक व्यवस्था भी बुरी तरह से प्रभावित होती है।
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मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि हमारा पूरा ध्यान अपने राज्य के मेडिकल सिस्टम पर है। हमारे पर पर्याप्त संख्या में बेड और वेंटलेटर्स मौजूद हैं। इसके साथ ही हमने कोरोना गाइडलाइंस पर भी पूरा ध्यान दिया है। सीएम खट्टर ने कहा कि राज्य में अगलेे चार दिनों के भीतर पांच लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कोरोना वैक्सीन की कहीं कोई कमी नहीं है।