जेपी नड्डा को लिखी चिट्ठी में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर एक राज्यसभा सीट के लिए अपने पिता राम विलास पासवान के अपमान का आरोप लगाया था। जबकि अमित शाह समेत एनडीए के शीर्ष नेतृत्व ने सार्वजनिक तौर पर लोकसभा चुनाव के दौरान भरोसा दिया था।
Ram Vilas Paswan : राष्ट्रीय राजनीति के कद्दावर नेता, हमेशा गरीब और दलितों के लिए करते रहे संघर्ष नीतीश ने उम्मीदवारी का किया था विरोध 24 सितंबर को चिराग ने अपने पिता के अपमान का मुद्दा उठाते हुए दावा किया था कि पिछले साल नीतीश कुमार ने उनकी पिता की राज्यसभा उम्मीदवारी का समर्थन करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद उनके पिता को मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें मनाना पड़ा। चिराग ने कहा कि जिस तरीके से बिहार के सीएम ने एलजेपी के संस्थापक का अपमान किया उससे पार्टी के नेता आहत और नाराज थे।
सीएम सूचना न होने की करते रहे बात नीतीश का विरोध कर रहे एलजेपी के युवा नेता ने अपने खत में दावा किया है कि बिहार के मुख्यमंत्री ऐसा जताते रहे कि एलजेपी के संस्थापक बीमार हैं। इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं हैं। जबकि उस वक्त पीएम मोदी उनके पिता का हालचाल लेने के लिए अक्सर फोन करते थे। बता दें कि गुरुवार को बिहार के कद्दावर नेता राम विलास पासवान का निधन हो गया।
Bihar Assembly Election : बीजेपी का साथ चिराग की सियासी चाल, JDU के लिए बड़ी चुनौती एंटी इनकमबेंसी का खतरा चिराग पासवान ने अपने खत में यह दावा किया है कि बीजेपी के भी कई नेता भी नीतीश कुमार के कामकाज से नाखुश हैं। वहीं एक तरफ जहां मोदी की लोकप्रियता बढ़ रही है, वहीं सीएम नीतीश कुमार की लोकप्रियता में गिरावट आई है। चिराग के खत में इस बात का भी जिक्र है कि मेरी तरफ से उठाया गया कोई भी कदम बीजेपी के हितों के खिलाफ नहीं होगा।