पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन कर सभी राजनीतिक दलों को हैरान कर दिया है। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। आम आदमी पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस के किलों को भेदकर 14 वार्डों में जीत हासिल कर ली है। हालांकि किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। भाजपा और कांग्रेस ने क्रमश: 12 और 8 वार्ड जीते। वहीं अकाली दल के खाते में भी एक सीट आई है।
यह भी पढ़ेँः Punjab Assembly Elections 2022: 22 किसान संगठनों ने मिलकर बनाया संयुक्त समाज मोर्चा, 117 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव बता दें कि पिछले एमसी चुनावों में बीजेपी ने 20 और उसके पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल को एक सीट जीती थी। कांग्रेस सिर्फ चार सीट जीतने में सफल रही थी।
क्या बोले केजरीवाल
चुनाव परिणामों में बेहतरीन प्रदर्शन खास तौर पर सबसे बड़ी पार्टी बनने पर आम आदमी पार्टी ने खुशी जताई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तो इन नतीजों से गदगद नजर आए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की ये जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को नकारते हुए AAP की ईमानदार राजनीति को चुना है। AAP के सभी विजयी उम्मीदवारों एवं सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई। इस बार पंजाब बदलाव के लिए तैयार है।’
मेयर भी नहीं बचा पाए सीट
आम आदमी पार्टी का निगम चुनाव में ऐसा जलवा बिखरा ही हर कोई चित नजर आया। पहली बार चुनाव में उतरी आप ने सबसे ज्यादा वार्डों पर कब्जा जमा लिया। एक ओर जहां दो पूर्व मेयर देवेश मौदगिल व राजेश कालिया हार गए वहीं वर्तमान मेयर रविकांत शर्मा को आप प्रत्याशी बादल ने मात दी।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विजय राणा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला के बेटे सुमित चावला भी चुनाव हार गए हैं।
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इस बार हुआ था रिकॉर्ड मतदान चंडीगढ़ नगर निगम के चुनावों में इस बार रिकॉर्ड मतदान दर्ज किया गया था। इस वर्ष 60.45 फीसदी वोट वोटिंग हुई। यह अब तक के नगर निगम चुनावों में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत रहा। यही नहीं अबकी बार सबसे ज्यादा पोलिंग 72.81 प्रतिशत वार्ड नंबर 16 में हुई।