CG Assembly Election 2023 : इसके साथ ही कुनकुरी में कृषि महाविद्यालय और विधानसभा क्षेत्र के रानीकोम्बो में हॉर्टिकल्चर कॉलेज की स्थापना हुई। विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव में विद्युतीकरण के साथ 100 से अधिक हाईमास्ट लाइट लगे। (cg vidhansabha chunav) तपकरा, फरसाबहार, कुनकुरी, नारायणपुर, पतराटोली और तुमला में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट स्कूलों की स्थापना के साथ कुनकुरी में संकल्प शिक्षण संस्थान जैसे शिक्षा संस्थानों की स्थापना हुई।
स्वीकृति तो मिली पर निर्माण में गति नहीं CG Assembly Election 2023 : स्थानीय विधायक यूडी मिंज जो राज्यशासन के संसदीय सचिव भी हैं, उनके प्रयासों से कुनकुरी-तपकरा-लावाकेरा मार्ग की सड़क और पुल-पुलियों के लिए राशि तो मिली लेकिन निर्माण कार्य के सुस्त रफ्तार से अभी तक इस सड़क का पूरा-पूरा लाभ क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पाया और आवागमन दुरूह बना हुआ है। (cg assembly election) सड़कों की बदहाली के इसी क्रम में जशपुर के दर्शनीय और पर्यटक स्थल दमेरा से चरईडांड़ के बीच, वन मार्ग पर बनने वाली सड़क भी विवादों के कारण अटक गई और इस महत्वकांक्षी सड़क योजना का लाभ भी क्षेत्र के लोगों को नसीब नहीं हुआ। कुनकुरी में बनने वाला इंडोर स्टेडियम का निर्माण कार्य आज तक लटका हुआ है।
कुनकुरी में 100 सीटर अस्पताल की स्वीकृति CG Assembly Election 2023 : ज्ञात हो कि अभी तक इस क्षेत्र के लोग कुनकुरी के एकमात्र मिशन हॉस्पिटल पर ही निर्भर हैं, इस निर्भरता को कम करते हुए यहां शासकीय चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कुनकुरी में सर्व सुविधायुक्त 100 सीटर नए अस्पताल की स्वीकृति दी गई, साथ ही 50 बैड के मातृ एवं शिशु केयर सेंटर की स्थापना की भी स्वीकृति दी गई है। (chhattisgarh election) स्थानीय विधायक ने अपने खुद के प्रयासों से समय-समय पर बाहर से विशेषज्ञ चिकित्सों को बुलाकर चिकित्सा शिविर का आयोजन कर क्षेत्र के लोगों को सुविधा देने की कोशिश की है। साथ ही हर ब्लाक के लिए एम्बुलेंस एवं ट्रामा वेन की सुविधा दी गई है।
CG Assembly Election 2023 : आवागमन को लेकर पिछले सरकार के समय से लेकर इस सरकार के तक के कार्यकाल में क्षेत्र के लोगों को सड़कों की सुविधा नसीब नहीं हो सकी। जिला मुख्यालय जशपुर से कुनकुरी आने के बाद कुनकुरी से नेशनल हाईवे की बदहाल सड़क से होकर कांसाबेल और पत्थलगांव की ओर या फिर तपकरा होकर ओडिशा की सीमा लावाकेरा तक या चरईडांड होकर नारायणपुर तक की सड़क हमेशा जर्जर स्थिति में रही।