आखिर सवाल क्या था?
Bihar Public Service Commission के पेपर में पूछा गया, ‘भारत में राज्य की राजनीति में राज्यपाल की भूमिका का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए, विशेष रूप से बिहार के संदर्भ में। क्या वह केवल एक कठपुतली हैं?’ इस सवाल में राज्यपाल की भूमिका का आलोचनात्मक परीक्षण करने को कहा गया था।
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mains exam ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/15/paper_4842105-m.jpg”>सवाल देख घबराएं छात्र
दरअसल 14 जुलाई को बीपीएससी मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन द्वितीय का ये प्रश्न चर्चा का विषय बना हुआ है। रविवार को इसे लेकर खूब चर्चा हुई और सोमवार को प्रश्न पत्र की तस्वीर भी सामने आ गई।
परीक्षार्थियों ने बताया कि परीक्षा में इस तरह के कई और सवाल भी पूछे गए थे जो तथ्य पर ना होकर अवधारणा पर आधारित थे।
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BPSC की अलग ही सफाई
प्रश्न पत्र पर विवाद हुआ तो बिहार लोक सेवा आयोग की सफाई भी आ गई। परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने कहा कि आयोग के सदस्यों या अधिकारियों को यह जानकारी नहीं होती कि प्रश्नपत्र में क्या-क्या पूछे जा रहे हैं। हालांकि प्रश्नपत्र सेट करने वालों से इस बारे में पूछा जाएगा।
अनपढ़ लोग पूछते ऐसे सवाल: आरजेडी
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने इस सवाल को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस तरह का सवाल बनाने वाले लोग बिल्कुल अनपढ़ हैं। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप्पी तोड़कर इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए।
सोशल मीडिया पर BPSC की जमकर आलोचना हो रही है। छात्रों का कहना है कि बीपीएससी ने इस सवाल से संवैधानिक मर्यादा का हनन किया है।