मौका था संसद में मंगलवार को आयोजित भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) की साप्ताहिक संसदीय दल की बैठक (
BJP parliamentary party meeting ) का। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में पहुंचे पीएम मोदी को वहां पर कई सांसद मौजूद नहीं दिखे।
इसके बाद पीएम मोदी खासे नाराज हो गए। हालांकि वह यहीं शांत नहीं हुए। उन्होंने इस मामले की गंभीरता बताते हुए कहा कि जो सांसद रोस्टर के बावजूद गैरहाजिर हैं, उनकी लिस्ट बनाई जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजनीति से हटकर सांसदों को काम करना चाहिए। देश के सामने भीषण जल संकट है। इसलिए सभी सांसदों को अपने इलाके के अधिकारियों के साथ बैठककर जनता की समस्याओं के बारे में बात करनी चाहिए।
सदन में सांसदों की मौजूदगी पर जोर पीएम मोदी ने कहा कि सांसदों और मंत्रियों को संसद में रहना चाहिए। संसदीय दल को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो मंत्री रोस्टर ड्यूटी में उपस्थित नहीं रहते हैं, उनके बारे में उसी दिन शाम तक मुझे बताया जाए।
उन्होंने सांसदों को कहा कि सरकारी काम और योजनाओ में बढ़ चढ़ कर भाग लें, सामाजिक कार्यों में हिस्सा लें, जब संसद चल रही हो तो सदन में उपस्थित रहें। जनप्रतिनिधि भी करें इनोवेटिव काम
पीएम मोदी ने कहा कि राजनीति से हटकर भी सांसदों को काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के लिए कोई एक इनोवेटिव काम करें। जिला प्रशासन के साथ मिलकर राजनिति के साथ सामाजिक काम भी करें। जानवरों की बीमारियों पर भी काम करें। टीबी और कोढ़ जैसे बीमारियों पर पर मिशन मोड में काम करें।
कर्नाटक: दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन और भाजपा के बीच सियासी जंग बता दें कि भाजपा संसदीय दल की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन समेत कई नेता मौजूद रहे।
पब्लिक कनेक्ट बता दें कि 9 जुलाई को हुई भाजपा संसदीय दल ( BJP parliamentary party meeting ) की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्र में 150 किलोमीटर की पदयात्रा करने का निर्देश दिया था। उन्होंने सांसदों को गांधी जयंती से लेकर पटेल जयंती (2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर) तक अपने संसदीय क्षेत्र में 150 किलोमीटर की पदयात्रा करने को कहा था।
आंध्र प्रदेश: TDP सांसद केसिनेनी श्रीनिवास ने दी पार्टी छोड़ने की धमकी पदयात्रा के लिए बनाए जाएंगे अलग-अलग समूह इससे पहले भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने 9 जुलाई को हुई बैठक के बारे में कहा कि पदयात्रा के लिए अलग-अलग समूह बनाए जाएंगे। सांसद एक दिन एक समूह के साथ पदयात्रा करेंगे। जिसमें भाजपा विधायक, कार्यकर्ता सभी लोग शामिल रहेंगे।
राज्यसभा सांसदों को भी संसदीय क्षेत्र अलॉट किया जाएगा। हर संसदीय क्षेत्र में 15-20 टीमें बनेंगी और सांसद प्रतिदिन 15 किमी की पदयात्रा करेंगे।
कर्नाटक: सुप्रीम कोर्ट में बोले मुकुल रोहतगी- बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर होने चाहिए दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा की पहली संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार जो पार्टी के नाम से करता है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर किसी ने कुछ गलत किया तो कार्रवाई की जानी चाहिए और यह भी कहा कि यह सभी पर लागू है।