शिवसेना नेता राहुल शेवाले ने कहा, “सब जानते हैं कि विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के कई सांसद और विधायक अपने ही गठबंधन के सहयोगियों के बीच विवादों के कारण परेशान हैं। इन विवादों का असर उनके क्षेत्रों के विकास कार्यों पर पड़ रहा है… उनमें से कई सांसद और विधायक हमारे संपर्क में हैं। वे महायुति में शामिल होना चाहते हैं…उनमें से कई ने निवेदन किया कि 23 जनवरी को बालासाहेब ठाकरे के जन्मदिन के मौके पर वह शिवसेना में आना चाहते है…वर्तमान में शिवसेना (यूबीटी) के 15 विधायक, कांग्रेस के 10 विधायक और शिवसेना (यूबीटी) के कई सांसद हमारे संपर्क में हैं।”
इससे पहले कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को हटाया जा सकता है और शिवसेना में नया ‘उदय’ देखने को मिल सकता है। उन्होंने यह टिप्पणी राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत को लेकर की। जो अभी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ विश्व आर्थिक मंच की बैठक में शामिल होने के लिए दावोस में हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, मौजूदा राजनीतिक स्थिति में एकनाथ शिंदे की स्थिति बहुत खराब है। ऐसा लगता है कि शिंदे को किनारे किया जा सकता है। मुझे आश्चर्य है कि क्या शिंदे की राजनीतिक उपयोगिता खत्म हो गई है। शिंदे को उद्धव ठाकरे को बाहर करके लाया गया है।“
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि महाराष्ट्र में ऐसे सियासी हालात बन सकते है जिसमें शिवसेना का तीसरा ‘उदय’ होने की संभावना है। एक उदय (उदय सामंत) दोनों नावों पर सवार हैं और उन्होंने दोनों पक्षों के साथ अच्छे संबंध बनाए हैं।
वहीं, दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत के बयान से राजनीतिक चर्चा छिड़ गई है. राज्यसभा सांसद राउत ने आज कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि दावोस में उदय सामंत के साथ 20 विधायक गए हैं। सत्तारूढ़ महायुति में बीजेपी, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं।