बताया जा रहा है कि मनोज तिवारी वाटर कैनन चलने के दौरान बैरीकेडिंग से गिर गए, जिसकी वजह से वे जख्मी हुए हैं। तिवारी को सफदरजंग अस्पताल ( Safdarjung Hospital ) में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर उनका उपचार कर रहे हैं।
यह भी पढ़ेँः
Delhi Pollution: राजधानी में बढ़ा प्रदूषण, केजरीवाल बोले- 18 अक्टूबर से चलेगा ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान’ राजधानी में छठ पूजा को लेकर गलाई गई पाबंदियों के खिलाफ कई लोगों ने सीएम हाउस के बाहर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सांसद मनोज तिवारी घायल हो गए। इसके अलावा कुछ अन्य बीजेपी के घायल कार्यकर्ताओं को भी चोटें आईं हैं जिनका प्राथमिक उपचार भी सफदरजंग अस्पताल में किया गया।
इससे पहले दिल्ली के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि, छठ की महत्ता और उस पर विश्वास को समझते हुए ‘मैं मानता हूं कि छठ पूजा को मनाना दिल्ली में रहने वाले 80 लाख पूर्वांचलियों के लिए संजीवनी के समान है।
छठ एक आस्था का विषय है इसमें राजनीति तो आनी ही नहीं चाहिए और इसलिए हम राजनीति से हटकर सभी छठ समितियों से मिल रहे हैं, उनकी तैयारी को समझने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन केजरीवाल सरकार की ओर से सीधा ना मनाने का फैसला काफी हैरान करने वाला है।
तिवारी ने कहा कि, हम पूरी दिल्ली के छठ व्रत करने वालों की भावना को देखते हुए छठ पर्व को बड़ी हर्षोल्लास के साथ मनाएंगे। मनोज तिवारी ने केजरीवाल से पूछा सवाल
छठ पूजा पर पाबंदियों को लेकर मनोज तिवारी सीएम केजरीवाल से सवाल किया, उन्होंने पूछा कि स्वच्छता के प्रतीक छठ पर्व को मनाने में आखिर केजरीवाल को इतनी आपत्ति क्यों है?
यह भी पढ़ेंः Delhi: लक्ष्मीनगर इलाके से पाकिस्तानी आतंकी गिरफ्तार, राजधानी को दहलाने की थी साजिश बीजेपी अध्यक्ष बोले ये पूर्वांचलियों का अपमानदिल्ली में छठ पूजा पर पाबंदियों को लेकर राजनीति गर्मा गई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने पाबंदियों को पूर्वांचलियों का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने पूर्वांचल को लोगों को बेसहारा छोड़ दिया है। उन्होंने राशन से लेकर अपने तीज और त्योहार मनाने तक पर पाबंदियां लगाई जा रही हैं।