पूरी होगी तलाश?
बीजेपी के लिए 13 जून का दिन काफी अहम होगा। क्योंकि इस दिन पार्टी की बैठक में उस पद के लिए तलाश खत्म हो सकती है जिसको लेकर बीजेपी को लंबे अरसे से इंतजार है। अमित शाह ने बतौर पार्टी अध्यक्ष रहते हुए न सिर्फ विधानसभा चुनावों बल्कि लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को ऐतिहासिक जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यही वजह है कि इस पद पर काबिज होने के लिए उम्मीदवार का चयन भी कई कसौटियों पर होगा। ऐसे में ये बड़ा सवाल है कि क्या 13 जून के बीजेपी की ये तलाश होगी पूरी?
पार्टी बैठक में अगर बीजेपी की तलाश पूरी नहीं होती है तो ये संभावना है कि बीजेपी अमित शाह की जगह कार्यवाहक अध्यक्ष की नियुक्ति कर सकती है। इस दौड़ में जेपी नड्डा और महासचिव भूपेंद्र यादव का नाम सबसे आगे चल रहा है। जेपी नड्डा को मोदी सरकार दो में दोबारा मंत्री ना बनाकर पार्टी एक तरह से संकेत तो दे दिया है कि उन्हें पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी दी जा सकती है।
दरअसल अमित शाह का कार्यकाल तो इस साल की शुरुआत में खत्म हो गया था। तीन साल के कार्यकाल के बाद भी बीजेपी ने अमित शाह को इसलिए आगे बढ़ाया क्योंकि कई राज्यों में विधानसभा चुनाव बाकी हैं। इनमें हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड ऐसे राज्य हैं जहां भाजपा की पहले से सरकार है और पार्टी यहां किसी भी कीमत पर कोई चूक नहीं चाहती। यही वजह है कि बीजेपी ने अमित शाह को अब तक पद पर काबिज रखा है।
अमित शाह 13 और 14 जून को जो बैठक बुलाई है उसमें सभी प्रदेश अध्यक्षों को अपने-अपने राज्यों से पांच-पांच सदस्यता प्रभारी और सह प्रभारी के नाम लाने को कहा है। यही नहीं बीजेपी राष्ट्रीय स्तर पर सदस्यता अभियान भी चलाएगी, जिसके बाद राज्यों में उसके अध्यक्षों का चुनाव होगा। इस पूरी प्रक्रिया के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा। पदाधिकारियों और प्रदेशाध्यक्षों की ये अहम बैठक 13 जून को होगी। जबकि संगठन महामंत्रियों की बैठक 14 जून को होना है।