उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जाते-जाते 86 नई नगर पालिकाएं बनाई। इनमें बहुत सी नगर पालिकाएं आदिवासी क्षेत्र में है। दो-दो-तीन-तीन ग्राम पंचायतों को मिलाकर बनाई गई। लगभग 20-25 जगह के लोग उनसे मिले है। उन लोगों की मांग आई कि नगर पालिका बनने के बाद मनरेगा का रोजगार छिन गया। प्रधानमंत्री आवास में पीछे चले गए। ऐसे में वापस ग्राम पंचायत बनाई जाए। मंत्री का मानना है कि नरेगा व प्रधानमंत्री आवास की सबसे ज्यादा आवश्यकता तो निश्चित रुप से आदिवासी क्षेत्र में ही है। इसका वापस परीक्षण करवा रहे हैं। जितने भी नगर पालिका, नगर परिषद वर्तमान में पुराने समय की है, वहां बहुत सी जगह सीमा विस्तार की आवश्यकता है। सीमा विस्तार किया जाएगा। इसका मामला भी विचाराधीन है। वार्डों के परिसीमन का मामला भी विचाराधीन है। नगर विकास व भवन से संबंधित नियमों में भी सुधार किया जाएगा। इसको लेकर कमेटी काम कर रही है। दो-चार दिन में नियमों में संशोधन करने जा रहे हैं। इनको जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। जनता के जो सुझाव आएंगे उनमें से बेहतर सुझावों को भी इनमें शामिल किया जाएगा।एक सवाल के जवाब में मंत्री खर्रा ने कहा कि ब्यावर कॉलेज पुराना है। सामाजिक न्याय विभाग के सचिव भी यहां पढ़े हैं। यहां की जो समस्या बनी है, उसका निराकरण करवाया जाएगा। इस दौरान जिला कलक्टर उत्सव कौशल, विधायक शंकरसिंह रावत, सभापति नरेश कनौजिया, सीएमएचओ डॉ. संजय गहलोत, पीएमओ डॉ. सुरेन्द्रसिंह चौहान सहित अन्य मौजूद रहे।
अस्पताल की समस्या का होगा समाधान स्वायत्त शासन विभाग एवं ब्यावर जिले के प्रभारी मंत्री झाबरसिंह खर्रा ने कहा कि अमृतकौर चिकित्सालय बहुत पुराना है। यहां पर आस-पास के जिलों के मरीज भी आते हैं। अस्पताल को लेकर पीएमओ, सीएमएचओ एवं जिला कलक्टर ने विविध जानकारियां दी है। इनको लेकर यह बात चिकित्सा मंत्री के समक्ष रखी जाएगी। ताकि यहां पर सुविधाओं का विस्तार हो सके एवं मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके।
बजट से उम्मीद रखिए, अच्छा समाचार मिलेगा ब्यावर जिले के विकास के लिए बजट के सवाल पर कहा कि जुलाई में बजट आ रहा है। इससे उम्मीद रखिए अच्छा समाचार मिलेगा। उन्होंने कहा कि ब्यावर जिले का प्रभार मिलने के बाद यह पहला कार्यक्रम है। यहां के कॉलेज में पढ़कर कई आईएएस निकले है। पहले मुख्य सचिव रहे, वे भी ब्यावर में पढे़ हुए थे। हाल में भी सामाजिक न्याय अधिकारी विभाग के सचिव यहां पढे़ हुए हैं। कॉलेज के बारे में भी जानकारी लेंगे। इसके विकास को लेकर काम करेंगे।
अस्पताल की हकीकत जानी, मरीजों से लिया फीडबैंक स्वायत शासन विभाग के मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने गुरुवार को राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के मुख्य भवन को देखा। इसके अलावा वार्डों में भर्ती मरीजों से बात कर व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया। इस दौरान सफाई व्यवस्था सही नहीं होने पर सुचारु सफाई करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में मरीजों के दबाव, उपलब्ध संसाधन सहित अन्य बिन्दुओं पर जानकारी ली। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सोनोग्राफी का दबाव अधिक रहता है। अस्पताल में एक भी रेडियोलोजिस्ट नहीं है। यह व्यवस्था दो एमओ के भरोसे ही चल रही है। इससे मरीजों को परेशानी होती है। प्रभारी मंत्री खर्रा ने प्रत्येक वार्ड में जाकर भर्ती मरीजों से बात भी की ।उन्होंने अस्पताल परिसर में वार्ड में मरीजों के लिए कूलर एवं पीने के पानी की व्यवस्था के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सकीय प्रबंधन बेहतर रखें एवं मरीज का त्वरित उपचार हो। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल परिसर में साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने सहित अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जिले के चिकित्सालयों की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान जिला कलक्टर उत्सव कौशल, पीएमओ डॉ. सुरेन्द्रसिंह चौहान, सीएमएचओ डॉ. संजय गहलोत सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बिचड़ली तालाब की अटकी डीपीआर को मिले अनुमति, जोनल प्लान हो पास स्वायत्त शासन विभाग के मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने गुरुवार को नगर परिषद में बैठक ली। इसमें शहर के बिचड़ली तालाब के सौन्दर्यकरण की अटकी डीपीआर को स्वीकृत करवाने एवं सरकार के स्तर पर अटके जोनल प्लान को स्वीकृत करवाने की मांग सामने आई। इसके अलावा शहर में ऑडिटोरियम बनवाने, चौपाटी विकसित करने एवं नगर परिषद के लिए नया सभागार बनवाने की मांग उठाई। बैठक में प्रभारी मंत्री ने शहर के समुचित विकास करवाने में पूरा सहयोग करवाने को आश्वस्त किया। प्रभारी मंत्री ने कहा कि शहर का योजनाबद्ध तरीके से समुचित विकास हो, इसको मुख्य ध्येय बनाकर अधिकारी काम करें। आमजन को समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। नगर परिषद शहर की साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखे। उन्होंने भूमि का चिन्हीकरण करने, बेहतर कचरा प्रबंधन करने , मानसून से पूर्व सभी नालों की सफाई करवाने एवं मेनहोल ढंकवाने के निर्देश दिए। बैठक में विधायक शंकरसिंह रावत ने कहा कि जिला स्तरीय कार्यालय आमजन की सुविधा को ध्यान में रखकर निर्माण करवाया जाए। इस दौरान ब्यावर विधायक शंकरसिंह रावत, मसूदा विधायक वीरेंद्रसिंह कानावत, जिला कलक्टर उत्सव कौशल, नगर परिषद सभापति नरेश कनोजिया, आयुक्त श्रवण राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।