सरकार विरोधी बयान पर भड़के मंत्री गौरतलब है कि सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि बीजेपी में उनके साथ सौतेले बेटे जैसा व्यवहार हो रहा है।बता दें कि 31 जनवरी को यशवंत सिन्हा के ‘राष्ट्र मंच’ में हिस्सा लेने पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि भाजपा के अंदर ऐसा कोई मंच नहीं जहां वह अपनी बात रख सकें। चुनाव लड़ने के एक सवाल पर सिन्हा ने कहा कि यह तो समय बताएगा कि अगले लोकसभा चुनावों के दौरान वह क्या राजनीतिक विकल्प चुनेंगे।
चुनाव लड़ने पर बोले सिन्हा सिन्हा इन दिनों सरकारी नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए जमकर आलोचना कर रहे हैं। जब उनसे इन अटकलों को लेकर सवाल पूछा गया कि पार्टी नेतृत्व सरकार के खिलाफ सार्वजनिक हमलों को लेकर टिकट काट सकती है तो उसपर उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान भी ऐसा ही दावा किया गया था और उनका नाम उन लोगों में शामिल था जिनका नाम सबसे आखिर में घोषित किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘यह मुद्दा नहीं कि बीजेपी मुझे टिकट देंगे या नहीं। इस पर भी विचार किया जाएगा कि वे मुझे टिकट क्यों नहीं देंगे। मेरे पास सबसे ज्यादा वोट शेयर का मार्जिन है। दूसरा, यह कि मैं इसे लूंगा या नहीं, या कहां से लड़ूंगा या नहीं लड़ूंगा। यह वक्त बताएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस पर बेफिक्र हूं । वक्त आने पर सब साफ हो जाएगा।
हाल में राष्ट्र मंच से जुड़े हैं शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा इन दिनों गैर राजनीतिक ‘राष्ट्र मंच’ से जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि, ‘राष्ट्र मंच का हिस्सा बनकर खुली हवा में सांस लेने जैसा अहसास हो रहा है। इसमें शामिल होने के बाद मैं देश की भलाई के लिए अपने विचार स्वतंत्र होकर रख सकता हूं। मैं बता नहीं सकता कि मैं कितना मुक्त महसूस कर रहा हूं। खुली हवा में सांस लेने का मजा ही कुछ और है।’