इससे पहले कैप्टन मंगलवार को फिर साढे तीन घंटे तक खड़गे कमेटी के सामने पेश हुए. कमेटी ने कैप्टन को चुनावी वादों को पूरा करने के लिए फास्ट ट्रैक रणनीति बनाने की सलाह दी। वहीं इस बीच कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि एक हफ्ते में ये मामला सुलझ जाएगा।
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केंद्रीय कैबिनेट की अहम बैठक आज, इन दो बातों पर रहेगा खास फोकस! पंजाब में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में कलह लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को खड़गे कमेटी के सामने कैप्टन ने करीब साढ़े तीन घंटे तक अपनी बात रखी।
माना जा रहा था कि इसके बाद कैप्टन सोनिया और राहुल गांधी से भी मुलाकात करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बुधवार को भी अटकलें थीं कि वे जंतर-मंतर जाकर कांग्रेस नेताओं से मिलेंगे, लेकिन इन सबके बीच अमरिंदर सीधे पंजाब के लिए रवाना हो गए।
6 कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों से मिले राहुल
कैप्टन और सिद्धू को लेकर कांग्रेस में मैराथन कसरत जारी है। इस बीच राहुल गांधी ने मंगलवार को 6 कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात की। राहुल एक-एक करके पंजाब के मंत्रियों और विधायकों को मिल रहे हैं। दरअसल इन सभी से पहले भी सोनिया गांधी की ओर से बनाई की तीन सदस्यीय कमेटी मुलाकात कर चुकी है।
राहुल ने इन सभी नेताओं से तो बात की, लेकिन कैप्टन से नहीं मिले।
बाजवा बोले- एक हफ्ते में सब होगा ठीक
इस बीच कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि ‘मुझे नहीं पता कि कैप्टन और राहुल की मुलाकात क्यों नहीं हुई, हालांकि इतना जरूर है कि एक हफ्ते के अंदर ये अंदरुनी कलह जरूर खत्म हो जाएगी।’
राहुल से मिलने पहुंचे जाखड़ और बादल
कैप्टन के पंजाब रवाना होते ही सुनील जाखड़ और पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल राहुल गांधी से मिलने पहुंचे हैं। दरअसल इन नेताओं से मुलाकात भी अंदरुनी कलह को खत्म करने के लिए की जा रही बैठकों का हिस्सा बताया जा रहा है।
यह भी पढ़ेंः 1980 में विमान हादसे में संजय गांधी की हुई थी मौत, भारतीय राजनीति में थी दबंग नेता के रूप में पहचान कल सिद्धू आ सकते हैं दिल्लीराजनीति सूत्रों की मानें तो गुरुवार को नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली आ सकते हैं। इस दौरान वे खड़गे समिति के सामने पेश हो सकते हैं साथ ही सोनिया या राहुल से भी मिल सकते हैं। हालांकि अब तक इस बात को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
इससे पहले सोमवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने अमरिंदर सिंह पर बादल परिवार के साथ मिलकर पालिटिकल बिजनेस चलाने का बड़ा आरोप लगाया था।