इसके बाद शाह एयरपोर्ट से सीधे प्रदेश भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर गए। वहीं भाजपा के दिग्गज नेताओं की बैठक शुरू की। बैठक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, धरमलाल कौशिक और रामविचार नेताम ही शामिल हुए। बैठक 11 बजे तक चली। इसके बाद शाह ने तत्काल दूसरी बैठक प्रदेश भाजपा संगठन के पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में पवन साय, महामंत्री ओपी चौधरी, केदार कश्यप, विजय शर्मा सहित अलग-अलग जगहों से आए पदाधिकारी शामिल थे। बैठक देर रात तक चली।
घोषणा पत्र से चुनावी माहौल बदलने पर मंथन Amit Shah took the meeting: बैठक में शाह ने घोषणा पत्र बनाने के बिंदुओं भी पर विस्तार से चर्चा की। सर्वे में घोषणा पत्र को लेकर जो रिपोर्ट आई है, उसके आधार पर प्रदेश भाजपा के नेताओं को घोषणा पत्र हर वर्ग को साधने वाले बनाने पर जोर दिया है। खासकर किसानों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं के अनुरूप घोषणा पत्र होना चाहिए, ताकि चुनाव में इसका लाभ मिले।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद प्रदेश भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह पहुंचने के पहले ही तगड़ी सुरक्षा-व्यवस्था की गई थी। परिसर को पूरी छावनी में बदल दिया गया था। परिसर के अंदर भाजपा कार्यकर्ताओं (cg news) को भी आने की मनाही थी। सिर्फ भाजपा के चुनिंदा लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा था। मीडिया को भी प्रवेश नहीं दिया गया।
सर्वे रिपोर्ट पर बिंदुवार, चुनावी एक्शन प्लान पर हुई चर्चा भाजपा सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में कराए गए सर्वे रिपोर्ट पर बिंदुवार चर्चा की। बताया जाता है कि अमित शाह ने नेताओं से कहा, विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा अभी 30 सीटों पर बढ़त में हैं। बाकी सीटों पर बढ़त बनाने के लिए कांग्रेस सरकार की नाकामियों और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को (cg politics news) जनमानस में बिठाकर भाजपा के पक्ष में करने की जरूरत है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा को 55 पार सीटों के चुनावी एक्शन प्लान पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में शाह ने पीएम नरेंद्र मोदी की सात जुलाई को साइंस कॉलेज में होने वाली सभा की तैयारियों की भी जानकारी ली।
इन मुद्दों पर कांग्रेस को घेरने की बनाई रणनीति – कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों पर ईडी छापा।
– शराबबंदी पर कांग्रेस सरकार का मुकरना।
– बढ़ते अपराध पर, अवैध खनन ।
– कांग्रेस द्वारा किए कार्यों में घोटाला।
– किसानों के मुद्दे खाद, बिजली बिल।
– संपत्तिकर हाफ करने का मुद्दा।
– पट्टा वितरण, पीएम आवास ।
– युवाओं के मुद्दे पीएससी घोटाला, बेरोजगारी।