एंटनी ने संवाददाताओं से कहा कि पिछले कई हफ्ते से मांग उठ रही थी कि राहुल गांधी दक्षिण भारत से भी चुनाव लड़ें। केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक प्रदेश इकाई की ओर से लागातार इस बात की मांग आ रही थी। अब पार्टी ने यह तय किया है कि राहुल वायनाड सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। यहां से चुनाव लड़ने का बड़ा कारण यह है कि केरल तीन दक्षिण भारतीय राज्यों के त्रिकोण पर स्थित है। यह तमिलनाडु और कर्नाटक से घिरा हुआ है। यह एक तरह से यह 3 दक्षिणी राज्यों की मांगों को पूरा करेगा।
दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी के लिए अमेठी किसी लोकसभा सीट के बजाय परिवार जैसा है। उन्होंने हमेशा कहा है कि वो अमेठी से कभी दूर नहीं जाएंगे लेकिन उत्तर और दक्षिण भारत की संस्कृतियों के संगम के रूप में पार्टी और राहुल ने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
सुरजेवाला ने कहा स्मृति ईरानी इस बार हार की हैट्रिक लगाएंगी। राहुल गांधी के खिलाफ उनकी हार तय है। वहां से राहुल जी का रिश्ता पारिवारिक है। वो इस बार भी 2014 की तरह अमेठी से हारने वाली हैं।