उन्होंने कहा कि जेल में कुछ दिनों तक कैदियों के साथ बिताने के बाद मैं पहले से ज्यादा मजबूत होकर बाहर निकला हूं। अब और अधिक और मजबूत लड़ाई का संकल्प ( Resolve to fight ) लेकर लौटा हूं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि मुझे जेल में भी यातनाएं देने का प्रयास किया। आम कैदियों की तरह जेल की सफाई कराई और लाइन में लगकर खाना लेना पड़ा।
NCERT ने तैयार किया ड्राफ्ट, 10वीं में सेल्फ स्टडी का होगा इंटरनल असेसमेंट कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बीजेपी ( BJP ) की गरीब विरोधी मानसिकता ( anti poor mindset ) साफ हो गई है। मजदूरों की सेवा करने, उन्हें सुरक्षित लाने की पहल करने पर जेल भेजा जाता है। फर्जी मुकदमे दर्ज किए जाते हैं लेकिन, भाजपा देश विरोधी, गरीब-मजदूर विरोधी नीतियों और तानाशाही के दम पर हमारा सेवा कार्य नहीं रोक सकती।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन ( Lockdown ) में घर लौटे प्रवासी मजदूरों को 7000 रुपए की आर्थिक मदद दिलाने का काम कांग्रेस करेगी। इसके लिए कांग्रेस बड़़े पैमाने पर अभियान चलाएगी।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वहव राहुल गांधी के सिपाही ( Rahul Gandhi’s soldiers ) हैं। न झुके हैं न झुकेंगे, न डरे हैं न डरेंगे। लल्लू ने कहा कि जेल के अंदर मुझे यही चिंता थी कि गरीब मजदूर पैदल चल रहे होंगे। उन्हें भोजन-दवा किसी ने पहुंचाई होगी या नहीं। उन्होंने कहा कि वह गौरवान्वित हैं कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ( Congress General Secretary Priyanka Vadra ) के नेतृत्व में कांग्रेसी गरीबों की सेवा करते रहेंगे।
अरविंद केजरीवाल का दावा – अब दिल्लीवासियों को Corona tests कराने में नहीं होगी परेशानी उन्होंने बताया कि जेल से जनता के नाम एक पत्र लिखना चाहा लेकिन, यह कहकर मना कर दिया गया कि जेल मैन्युअल के खिलाफ है। हैरत की बात है कि एक विधायक जनता के लिए एक पत्र सरकार को नहीं लिख सकता। सीमा पर शहीद हुए जवानों के लिए मौन रखने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Pm Modi ) पर भी सवाल उठाया। लल्लू ने कहा कि लद्दाख की घटना पर प्रधानमंत्री 36 घंटे चुप क्यों रहें? उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। जवाब देने से वह बच नहीं सकते।