महामुकाबले का छठा चरण: राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी अब आमने-सामने
लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण में 59 सीटों पर होगा मतदान
लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा ने इनमें से जीती थीं 44 सीटें
दोबारा मजबूत हो रही कांग्रेस है भाजपा के लिए सबसे बड़ा खतरा
महामुकाबले का छठा चरण: राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी आमने-सामने
नई दिल्ली।लोकसभा चुनाव 2019 के महामुकाबले के अब सिर्फ दो चरणों के मतदान बचे हैं। इन दो चरणों में मतदाता जिस राजनीतिक दल के पक्ष में वोटिंग करेंगे, उस दल का नेता प्रधानमंत्री पद के ज्यादा नजदीक पहुंच जाएगा। नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के लिए यह चरण ज्यादा अहम इसलिए भी है कि इसमें दोनों के बीच अब आमने-सामने की लड़ाई है। छठे चरण में जिन 59 सीटों पर मतदान कराए जाने हैं, 2014 लोकसभा चुनाव में उनमें से 44 पर भाजपा ने जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस के हाथ केवल 2 सीटें लगी थीं।
नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी छठे चरण में मुख्य लड़ाई नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के बीच है। नरेंद्र मोदी के चमत्कारिक नेतृत्व में किसी को शक नहीं है, मगर प्रधानमंत्री के रूप में उनकी उपलब्धियों को विपक्ष कठघरे में खड़ा करता रहा है। राहुल गांधी अब पहले कहीं ज्यादा परिपक्व राजनीतिज्ञ नजर आते हैं।
भाजपा के राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे गढ़ों को उन्होंने विधानसभा चुनावों में ध्वस्त कर दिया था। यह कहना भी गलत नहीं होगा कि 2019 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा उन्होंने अपनी न्याय योजना से सेट किया है। न्याय योजना का कोई तोड़ नहीं होने की वजह से भाजपा अब राष्ट्रवाद सहारा ले रही है और गांधी परिवार के सदस्यों पर हमले करने लगी है। प्रधानमंत्री की राजीव गांधी पर की गई टिप्पणी काफी विवादित हो चुकी है। ऐसे राजनीतिक परिदृश्य ने छठे और सातवें चरण के मतदान को बेहद दिलचस्प बना दिया है।
छठे चरण में उत्तर प्रदेश की भूमिका भी सबसे अहम छठे चरण में लोकसभा की 14 सीटों और सातवें चरण में 13 सीटों पर उत्तर प्रदेश में मतदान होने हैं। यही वजह है कि कांग्रेस और भाजपा के अलावा सपा-बसपा गठबंधन के लिए भी ये अंतिम दोनों चरण काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं। खासतौर से छठे चरण में सबसे ज्यादा 14 लोकसभा सीटों के लिए उत्तर प्रदेश में मतदान होगा। ये सभी सीटें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ पूर्वांचल में पड़ती हैं। इसलिए योगी के लिए भी छठा चरण व्यक्तिगत रूप से बेहद महत्वपूर्ण रहेगा। भाजपा योगी आदित्यनाथ तो कांग्रेस प्रियंका गांधी के नेतृत्व में यूपी में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिशों में जुटी हुई है।
ये भी पढ़ें: मतदाता होकर भी नहीं डाल पा रहे वोट, तो उठाएं ये जरूरी कदम हरियाणा और दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों के लिए मतदान देश की राजधानी दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों के लिए मतदान छठे चरण में 12 मई को होंगे। फिलहाल ये सभी सीटें भाजपा के पास हैं। इसी दिन हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों के लिए भी मतदान होने हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इनमें से 7 पर जीत हासिल की थी। अब भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस प्रदर्शन को दोहराने की होगी। इन सीटों पर मुख्य रूप से कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मुकाबला है।
ये भी पढ़ें: भाजपा ने राहुल गांधी की रणनीति में फंसकर विकास का मुद्दा छोड़ा और राष्ट्रवाद अपनाया?बिहार, एमपी, प. बंगाल और झारखंड में भी मतदान छठे चरण में एमपी, बिहार और प. बंगाल की आठ-आठ लोकसभा सीटों के लिए मतदान कराया जाएगा, तो झारखंड की भी 4 सीटों के लिए मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पिछले लोकसभा चुनावों में बंगाल को छोड़कर अन्य राज्यों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला था। इस बार हालात बदले हुए नजर आते हैं। लेकिन भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही दल अपने गठबंधन को ज्यादा से ज्यादा सीटें मिलने का दावा कर रहे हैं।
कुल मिलाकर देखें, तो छठे चरण के मतदान में जिन प्रमुख हस्तियों की किस्मत दांव पर लगी है, उनमें प्रमुख हैं – अखिलेश यादव, शीला दीक्षित, गायक हंसराज हंस, मनोज तिवारी, अरविंदर सिंह लवली, आतिशी, हर्षवर्धन, दिनेश लाल यादव (निरहुआ), जगदंबिका पाल, रीता बहुगुणा जोशी, प्रवीण निषाद, कृष्णपाल गुर्जर और राव इंद्रजीत। लेकिन सबसे बड़ा मुकाबला राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी के बीच है। जनता भी बेकरार है यह जानने के लिए कि राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी के राजनीति के मैदान में भिड़ने का क्या परिणाम होता है?
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