तीन बच्चों की मौत से दहशत उसका 4 वर्षीय भतीजा गोविंद भी बीमार पड़ गया और उसे बरेली के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां अगले दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शनिवार की शाम ग्रामीण उस समय और सदमे में आ गए जब वीरपाल की 5 वर्षीय बेटी लक्ष्मी को अचानक दूध पीने के बाद दौरा पड़ा और कुछ ही मिनटों में उसकी मौत हो गई। तीन दिन में तीसरे बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम ने लक्ष्मी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अन्य दो बच्चों के शवों का मौत के तुरंत बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा मौत का कारण मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉक्टर सीमा अग्रवाल ने कहा कि अब तक पीलीभीत में एक और मौत से डेंगू के 151 पुष्ट मामले सामने आए हैं। हमारी टीम ने जहानाबाद क्षेत्र के बारातभोज गांव का दौरा किया जहां 72 घंटे के भीतर तीन बच्चों की मौत हो गई और उन्होंने परिवार की चिकित्सकीय जांच की। हमने कई निवासियों के परीक्षण भी किए, लेकिन किसी को भी डेंगू या मलेरिया का पता नहीं चला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चीजें स्पष्ट हो होगी।