बीते दिनों पीलीभीत के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बीसलपुर क्षेत्र में डूडा विभाग द्वारा कराए जाने वाले कई निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था। इस दौरान पास में ही मौजूद विधायक रामशरण वर्मा की कामधेनु योजना के तहत बनी डेयरी का भी निरीक्षण किया गया था। इस बीच जिलाधिकारी को मौके पर डेयरी की जगह बारात घर मिला। डेयरी के निरीक्षण के बाद भाजपा विधायक रामशरण वर्मा ने भी जिलाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर डीएम पीलीभीत वैभव श्रीवास्तव पर डूडा विभाग की एक पर उनको संचालित करने व प्रोटोकॉल तोड़कर उनके घर की वीडियोग्राफी कराने का आरोप लगाया।
विधायक द्वारा भेजे गए पत्र में वीडियोग्राफी कराए जाने की बात पर जिलाधिकारी ने कहा कि विधायक के प्रोटोकॉल का पूरा सम्मान रखा गया है। दरअसल विधायकजी के घर के पास डूडा के कुछ कार्यों का निरीक्षण मेरे द्वारा किया गया था। वहां प्रथम दृष्टया डेयरी के स्थान पर बारात घर का निर्माण पाया गया। उनका कहना है कि वे विधायक जी के परिसर के अंदर नहीं गए हैं। विधायक के आवास की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी का आरोप निराधार है।