यह भी पढ़ें– यूपी में 200 दलित समाज के परिवारों ने दी धर्म परिवर्तन की चेतावनी, ये है वजह शिकायत पत्र में बताया गया है कि सितंबर 10 को पीड़िता थाना सुनगढ़ी क्षेत्र में अपनी बहन के यहां आई हुई थी। 19 सितंबर को वह अपनी बहन के घर से वापस जा रही थी। तभी रास्ते में गांव के ही राजकुमार पुत्र प्यारेलाल ने अपने साथी राम दुलारे पुत्र टीकाराम और धर्मपाल पुत्र नेतराम के साथ रास्ते में घेर लिया और गन्ने के खेत में ले जाकर तीनों आरोपियों ने बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना को अंजाम देकर आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए।
घटना के बाद पीड़ित ने पूरी घटना अपनी बहन व परिजनों को बताई और थाना सुनगढ़ी जाकर पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की लेकिन पुलिस ने उसका मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसके बाद उसने एसपी को भी शिकायती पत्र दिया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद पीड़िता ने कोर्ट की शरण में जाकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। पीलीभीत की सुनगढ़ी थाना पुलिस ने कोर्ट का आदेश मिलते ही तीनों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी देने की मुकदमा दर्ज कर लिया है।