इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। वकीलों का गुस्सा इतना था कि आम जनता को भी इसका खामियाजा उठाना पड़ा। सूचना पर पहुंची पुलिस मूकदर्शक बनी रही, दो सीओ कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और बमुश्किल मामला शांत कराया। मारपीट में घायल हुए एसडीओ समेत तीन बिजली कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात दोनो पक्षों ने तहरीर थाना कोतवाली पुलिस को दी है।
जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाना क्षेत्र की आवास विकास कॉलोनी निवासी सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संतराम राठौर के ऊपर बिजली विभाग के अभिलेखों में करीब 76 हजार रुपये बकाया दिखाया जा रहा है। इसको लेकर एसडीओ टाउन रनवीर सिंह यादव ने लाइनमैन भेजकर कनेक्शन कटवा दिया था और बाद में न्यायालय में मामला लंबित होने की जानकारी मिलने पर डेढ़ घंटे बाद दोबारा कनेक्शन जुड़वा दिया गया। बुधवार को इसी बात को लेकर एसडीओ और बार अध्यक्ष के बीच विवाद की स्थिति बन गई।
बार अध्यक्ष के अनुसार वो मामले की जानकारी करने एसडीओ के पास नकटादाना बिजली घर पहुंचे तो उनसे मारपीट शुरू कर दी गई। आरोप है कि एसडीओ ने स्टॉफ के साथ मिलकर उनको कमरे में बंद कर मारपीट की। वहीं, एसडीओ का कहना है कि वो कार्यालय में बैठे हुए थे कि दोपहर करीब 2 बजे 6 अधिवक्ता उनके पास आए और गाली गलौच कर मारपीट करने लगे। इस दौरान उनकी सोने की चेन और घड़ी भी लूट ली गई। शोर सुनकर स्टाफ के जमा होने पर पांच अधिवक्ता मौके से भागने में कामयाब हो गए और एक अधिवक्ता भाग नहीं सका। उसको कमरे में बंद कर पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही 50-60 की संख्या में अधिवक्ता आ गए और मौजूद कर्मचारियों से मारपीट कर वाहनों के साथ ही बिजली घर के हर एक कमरे में रखे कंप्यूटर, फर्नीचर आदि तोड़ दिया। अभिलेख भी बिखेर दिए। उधर, अधिवक्ताओं का कहना है कि बार अध्यक्ष को बंधक बनाकर मारपीट की सूचना पर वे लोग मौके पर आए और बमुश्किल उनको बचाया।
बिजली घर में हुए हंगामे की सूचना एसडीओ ने डीएम और एसपी को दी। इसके बाद सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल, सीओ सदर योगेंद्र सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। एसपी कलानिधि नैथानी ने जानकारी मिलने पर जिला अस्पताल पहुंच घायल दोनों बिजली कर्मियों से मुलाकात की। देर रात दोनों पक्षों की ओर से तहरीर कोतवाली पुलिस को दे दी गयी है।