कहा जाता है कि अगर हनुमान जी की कृपा किसी पर हो तो उस शख्स को जीवन में कभी भी किसी प्रकार की मुसीबत से सामना नहीं होता है। इसी क्रम में आज हम आपको ऐसे हनुमान मंदिर के बारे में बताएंगे, जिसका चमत्कार दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
यह मंदिर उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बीहड़ नामक स्थान पर स्थित है। इस मंदिर में हनुमान जी की जो मूर्ति मौजूद है, वह चमत्कारीक है। इस मूर्ति को देखकर लोग अंदाजा लगाते हैं कि आज भी हनुमान जी जीवित हैं।
कहा जाता है कि यह मंदिर लगभग 5000 वर्ष पुराना है। बताया जाता है कि प्रतापगढ़ के राजा हुकुम तेज प्रताप सिंह को सपना आया था, जिसमें उन्होंने मूर्ति देखी थी। अगले दिन जब राजा वहां गए तो उन्होंने उस स्थान पर हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा देखी। कहा जाता है कि उसके बाद ही राजा ने मंदिर का निर्माण करवाया था। तब ही से यह मंदिर दुनिया भर में मशहूर है।
यह मंदिर आज भी भक्तों की आस्था का केन्द्र बना हुआ है। इस मंदिर का सबसे बड़ा चमत्कार यह है कि यहां पर हनुमान जी की जो मूर्ति मौजूद है, अगर उस मूर्ति के मुंह में प्रसाद चढ़ाया जाए तो हनुमान जी प्रसाद खा जाते हैं। यहां जो भी लोग दर्शन करने आते हैं, वे हनुमान जी को भोग अवश्य ही लगाते हैं।
भक्तों द्वारा लगाया गया भोग कहां चला जाता है, इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है। इस मंदिर की सबसे अचंभित कर देने वाली बात यह है कि हनुमान जी की चमत्कारिक प्रतिमा सांस भी लेती है। मंदिर के चमत्कार के बारे में जानने के लिए वैज्ञानिकों ने भी अध्ययन किया, लेकिन इस बात की पुष्टि करने में असमर्थ रहे कि आखिर जो भोग हनुमान जी को लगाया जाता है, वह कहां चला जाता है।
कहा ये भी जाता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त आते हैं, वह खाली हाथ नहीं जाते हैं। मंगलवार के दिन यहां पर भक्तों की भारी भीड़ होती है। भक्त यहां आकर हनुमान जी से अपनी मनोकामना मांगते हैं, जिसे महाबली हनुमान जी पूरा भी करते हैं।