ध्यान रखें! बड़ों का अपमान न करें (Parenting Tips)
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा बड़े-बुजुर्गों का सम्मान (Respect Elders) करे, तो आपको भी उनके प्रति आदर दिखाना होगा। जब आप बड़े लोगों के सामने अशिष्टता दिखाते हैं या उनका अपमान करते हैं, तो बच्चा यही सीखेगा। आप जिस तरह से दूसरों के साथ बर्ताव करते हैं, बच्चे उसी को अपने जीवन में अपनाते हैं। इसलिए, हर किसी के साथ शालीनता से पेश आना बेहद जरूरी है। Relationship Tips: उनकी बातों को ध्यान से सुनने की आदत डालें (Listen carefully)
जब आपका बच्चा आपसे कुछ कहना चाहता है, तो उसे पूरा सुनें। एक अच्छे गुड लिस्नर (Good Listener) की तरह उसकी बातों को गंभीरता से लें। बच्चों को उनकी बात कहने का पूरा मौका देना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप उनकी बातों को इग्नोर करेंगे, तो उनका आत्मविश्वास (Self-Esteem) प्रभावित होगा। हमेशा याद रखें, उनकी बातें भी महत्वपूर्ण हैं।
गलत शब्दों का इस्तेमाल न करें (Do Not Use Any Bad Words)
कभी-कभी माता-पिता अपने बच्चों को गलतियों पर बेवकूफ या पागल जैसे शब्द बच्चों को बोल देते हैं। यह शब्द बच्चे के मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। बार-बार ऐसे शब्द सुनने से बच्चा खुद को अकेला समझने लगता है। इसलिए, जब भी बच्चे से बात करें तो सभ्य भाषा का ही उपयोग करें। इन 5 साड़ियों को ट्राय करके देखिए, दिवाली पर किसी एक्ट्रेस से कम नहीं दिखेंगी आप ज्यादा रोक-टोक न करें
अगर आप अपने बच्चे को हर छोटी-बड़ी बात पर रोकते हैं, तो उसके सेल्फ रिस्पेक्ट में कमी आ सकती है। बच्चे को फ्रीडम देना जरूरी है, ताकि वह अपनी डिसीजन डेवलप कर सके। यदि आपको लगता है कि बच्चा कुछ गलत कर रहा है, तो उसे रोकने के बजाय उसे समझाएं कि उसकी सोच में क्या कमी है। इससे वह अपने डिसीजन पर और ज्यादा ध्यान देगा।
पहले खुद में बदलाव लाएं (Parenting Tips)
आप अपने बच्चे को फोन कम देखने, हरी सब्जियां खाने या दूसरों की बुराई न करने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर आप खुद इन चीजों का पालन नहीं कर रहे हैं, तो बच्चा भी इन चीजों से दूर रहेगा। क्योंकि बच्चे आपसे सीखते हैं, इसलिए जो आप उनसे उम्मीद करते हैं, पहले वह खुद करें। यदि आप खुद में बदलाव लाएंगे, तो बच्चा आपकी बातों को गंभीरता से लेगा।