जानकारी के अनुसार मृतक सागर जोशी अपने घर में इकलौता पुत्र था तथा दो बहनों का इकलौता भाई था। परिवार की आर्थिक स्थिति कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है, इसके कारण व पेड़ का कार्य करके परिवार का भरण पोषण करता था। वहीं विजयराज सैन अपने घर में इकलौता पुत्र व तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह बेंगलूरु में काम करता था। कुछ समय पहले ही पांचेटिया आया था। कुछ काम के सिलसिले में विजयराज सैन को देसूरी जाना था। जिसको लेकर वह अपने दोस्त सागर जोशी को भी अपने साथ लेकर गया था। रास्ते में हादसा हो गया।