हर विभाग के कक्षों को पोस्टर व उससे जुड़ी शिक्षण सामग्री के पोस्टरों से सजाया गया है। जिससे विद्यार्थियों को प्रोजेक्टर व विषय का बेहतर ज्ञान हो सके। विभागों के कार्यालय में पीजी के पांच से सात विद्यार्थियों के बैठने व अध्ययन कराने की सुविधा दी गई है। हर कक्ष में चॉक से लिखने के बजाय वाइट बोर्ड लगाए गए हैं।
जीवन का देते संदेश
जीवन विज्ञान के कक्ष को पूरी तरह से बदल दिया गया है। उसकी हर दीवार पर पोस्टर लगाए गए हैं। योग व प्राणायाम करने के लिए मेट बिछाने के साथ नई दरियां लगाई गई हैं। टेसक्सटाइल की लेब को नए जैसा बना दिया गया है। उसमें विद्यार्थियों के लिए अध्ययन करने के साथ अन्य उपकरणों को भी व्यविस्थत करवाकर नया रूप दिया गया है। स्टाफ रूम के साथ बालिकाओं के बैठने के कक्ष और अन्य लैब को भी नया बनाया गया है।यह है एक बाधा
कॉलेज को संवारने के बावजूद एक बाधा सार्वजनिक निर्माण विभाग का कार्य है। उसकी ओर से करीब दो-तीन साल पहले बनाए नए कक्षों व टॉयलेट आदि जर्जर होने लगे हैं। कॉलेज परिसर में टॉयलेट का आंगन धंस गया है। वे उपयोग करने योग्य नहीं रह गए हैं। दीवारों का प्लास्टर भी गिर रहा है। इसे लेकर कॉलेज प्रशासन की ओर से पीडब्ल्यूडी को कई बार अवगत कराने पर भी वे गारंटी अवधि के उन टॉयलेट को नहीं सुधार रहे हैं।विद्यार्थियों को मिलेगा बेहतर माहौल
पढ़ने व पढ़ाने के लिए बेहतर माहौल बनाने के उद्देश्य से कॉलेज को नया रूप दिया गया है। हर विभाग के बाहर उसकी पूरी जानकारी अंकित करवाई गई है। नए भवन में टॉयलेट आदि ठीक कराने के लिए पीडब्ल्यूडी से पत्र व्यवहार किया है। डॉ. एमएस राजपुरोहित, प्राचार्य, बांगड़ कॉलेज